नई दिल्ली. यूपी में खुरपका और मुहंपका रोग को रोकने के लिए सरकार की ओर से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. पशुपालन विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर पशुओं का मुफ्त टीकाकरण कर रही हैं. किसानों से अनुरोध है कि वे अपने पशुओं को टीका लगवाएं, ताकि इस बीमारी से बचाया जा सके. बरसात के मौसम में पशुओं को खुरपका-मुंहपका बीमारी लग जाती है. ये बीमारी बहुत खतरनाक होती है, इसमें पशु मर तक जाते हैं. यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
पशु विभाग की टीमें गांव-गांव पहुंचकर गोवंशीय और पशुओं का टीकाकरण कर रही हैं. शासन ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को इसी माह यानी अगस्त में इस अभियान को पूरा करके टीकाकरण करने का निर्देश दिया है.
कराई जा रही है वैक्सीन
पशुओं को खुरपका-मुंहपका बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चल रहा है.
इस अभियान में पशु विभाग की टीमें गांव-गांव पहुंचकर गोवंशीय और महिषवंशीय पशुओं का टीकाकरण कर रही हैं.
बताया जा रहा है प्रदेश में तेजी से पशुओं को टीकाकरण कराया जा रहा है. शेष अभियान भी जल्द पूरा करने के निर्देश टीमों को दिए गए हैं.
प्रदेश में हैं करोड़ों छोटे—बड़े पशु, जिन्हें प्रत्येक वर्ष खुरपका-मुंहपका की बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण किया जाता है.
इस वर्ष ये अभियान जुलाई से शुरू किया गया था. इस अभियान में पशु विभाग की टीमें लगातार टीकाकारण को पूरा करने में जुटी हुई हैं.
इसी टीके का किसी भी पशुपालक से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा.
खतरनाक है खुरपका-मुहंपका बीमारी
खुरपका-मुहंपका बीमारी बरसात के दिनों में बकरियों को ज्यादा परेशान कर देती है. इस रोग के दौरान पशु के मुंह और जीभ के आसपास छाले पड़ने लगते हैं.
ये रोग बारिश के दौरान ही ज्यादा लगता है. इसका इलाज तो संभव है.
विशेषज्ञ इसका इलाज महंगा बताते हैं. कुछ तो इसका घरेलू उपचार भी कर लेते हैं.