Government Scheme: सरकार दे रही है पशुओं को मुफ्त में चारा, जानें किसे मिलेगा इसका फायदा

मिशन का उद्देश्य किसानों की इनकम दोगुनी करना, कृषि को जलवायु के अनुकूल बनाना, धारणीय और जैविक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना है.

प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. बिहार जैसे राज्य में भारी बारिश होती है और फिर यहां बाढ़ जैसी स्थिति मॉनसून में देखने को मिलती है. इसके चलते न सिर्फ सिर्फ हरे चारे की बल्कि सूखे चारे की भी कमी पशुओं को हो जाती है. जिस वजह से बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal and Fisheries Resources) ने एक योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत पशुओं की जरूरत के मुताबिक चारा पशुपालकों को दिया जाता है. इसकी शुरुआत भी हो चुकी है और पशुपालकों को चारा वितरित भी किया जा रहा है.

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि पशु को कितना चारा सरकार की तरफ से मिलता है तो यहां लाइव स्टक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) आपको सभी जानकारी उपलब्ध कराएगा.

क्या है योजना
बता दें कि योजना का नाम आपदा प्रभावित पशुओं के जीवन रक्षण हेतु पशु चारा वितरण कार्यक्रम है.

आपदा से प्रभावित पशुओं के के लिए समय-समय पर पशु चारा वितरण कराने का कार्य जिला प्रशासन के सहयोग से जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा किया जाता है.

निर्धारित सहायता मानदर के मुताबिक बड़े जानवरों के लिए 70 रुपये तथा छोटे जानवर के लिए 35 रूपये प्रतिदिन देने का प्रावधान है.

आपदा ग्रस्त पशुओं के के लिये सामान्यतः बड़े जानवरों के लिये 6 किलो और छोटे जानवरों के लिए 3 किलो तथा भेड़-बकरियों के लिये एक किलो चारा की जरूरत होती है.

पशु शिविरों, अस्थायी शिविरों में एक बार में तीन दिन और एक हफ्ते के लिए चारा वितरण कराया जाता है. बाढ़ की स्थिति के अनुसार शिविर संचालन तक पुनः वितरण कराया जाता है.

वितरण प्रक्रिया
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन एवं सहयोग से शिविरों, अस्थाई शिविरों में पशुओं की संख्या के अनुसार चारा वितरण किया जा रहा है.

चारा वितरण के पूर्व सभी प्रभावित पशुओं की प्रकार, संख्या के आधार पर गणना कर पशुपालकवार टोकन वितरण किया जाता है.

जानकारी केे लिए बता दें कि टोकन के आधार पर क्रमानुसार चारा का प्रबंध कर वितरित किया जाता है.

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