Bakrid: बकरे पर अल्लाह-मुहम्मद लिखे जाने के शोर पर एक्सपर्ट ने किया ये खुलासा, पढ़ें डिटेल

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बरबरे बकरों की प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. बकरीद में महज आठ दिन बाकी हैं. इसे लेकर मुस्लिम ईद-उल-अजहा की तैयारी करने में जुटे हैं. लोग बकरों की खरीदारी कर रहे हैं. वहीं कुछ पशुपालक और किसान बकरों पर अल्लाह और मुहम्मद लिखे होने का दावा करके उनकी मुंह मांगी कीमत भी वसूलने की कोशिश कर रहे हैं जबकि पर ऐसी चीजें होती नहीं हैं. कहीं कोई थोड़ा सा निशान दिखता है तो लोग उसे इन नामों से जोड़ने की कोशिश करते हैं और फिर लोगों को गुमराह करके उनकी कई गुना कीमत वसलूते हैं, जो बहुत ही गलत है.

इस बारे में गोट एक्सपर्ट व स्टार साइंटिफ गोट फार्मिंग के संचालक राशिद बताते हैं कि ऐसा कुछ नहीं होता है. कभी-कभी ऐसा शेप दिखने लगता है, वो भी पूरा नहीं होता जिसे बारीकी से देख-देखकर लोगों को अल्लाह और मुहम्मद बताने की कोशिश करते हैं. जब आप पहले से ही दिमाग में रखकर ऐसा कुछ सोचेंगे और देखेंगे तो कुछ न कुछ तो वैसा ही नजर आएगा ही.

अनमोल की कोई कीमत नहीं
राशिद कहते हैं कि वैसे तो ये चीजें होती नहीं हैं लेकिन कभी-कभी कुदरती ऐसी शेप आ भी जाती है तो उसकी कोई कीमत ही नहीं होती, जो मुस्लिम व्यापारी सिर्फ इस नाम की वजह से कई गुना कीमत मांग रहा है तो वो बहुत ही गलत कर रहा है. ऐसा नहीं करना चाहिए. उसे बेचने से पहले ये भी सोचना चाहिए कि मैं इसे किसे और किस लिए बेच रहा हूं. क्योंकि इसे कुर्बानी क लिए बेचा जा रहा है जब आप सिर्फ किसी को पैसों के लिए ऐसे बकरे को बेच रहे हैं तो आप खुद भी गुनाह में शामिल हो रहे हैं.

ऐसे शप वाले जानवर की खुद ही करें कुर्बानी
अगर किसी बकरे के शरीर पर अल्लाह या मुहम्मद वाला शेप आ जाता है तो मुस्लिम किसान या व्यापारी इसे दूसरों को क्यों बेच रहा है, उसे खुद ही इसकी कुर्बानी करनी चाहिए. दूसरों को इसलिए बेच रहा है कि कई गुना ज्यादा पैसे मिल जाएंगे तो वो गलत कर रहा है, कुर्बानी करके इसकी खाल को भी दूसरे को नहीं बेचनी चाहिए. खाल को गड्ढे में दफना देनी चाहिए.

क्या आप सिर्फ पैसों के लिए नाम बेच रहे हैं
अगर किसी बकरे के शरीर पर अल्लाह या मुहम्मद वाला शेप आता है तो लोग उसे कई गुना दामों पर बेचकर मुनाफा कमाना चाहते है. इस बारे में राशिद कहते हैं कि अगर ऐसा है तो आप अल्लाह और मुहम्मद नाम को अपने फायदे के लिए बेच रहे हैं. ऐसा न करें. अगर जानवर किसी गैर मुस्लिम का है तो उससे जायज हदिया देकर खरीद लें. इसलिए बेहतर है कि मुस्लिम इन शेप की वजह से जायज कीमत से ज्यादा पैसा न मांगे.

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