Goat: बकरीद के बकरों को खरीदने में इन बातों का रखें खास ख्याल, पढ़ें यहां

sojat goat breed

सोजत बकरियों की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. ईद-उल-अजहा यानि बकरीद का त्योहार पूरे देश में 7 जून को मनाया जाएगा. इस दौरान लोग जानवरों की कुर्बानी देंगे और फिर नमाज अदा करके अल्लाह की बारगाह में अपना सिर झकाएंगे. बकरीद को देखते हुए आज मंडियों में खूब चहल—पहल है. मंडियों में बकरों को बोली लगाकर और वजन के हिसाब से बेचा जा रहा है. बकरों के एक्सपर्ट का कहना है कुर्बानी के लिए बकरे खरीदे में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो आपके पास खेल भी हो सकता है और आपको इसका नुकसान हो सकता है. अगर नुकसान से बचना चाहते हैं तो इन बातों की जानकारी कर लें.

इस आर्टिकल में हम बकरों को खरीदते समय बतरी जाने वाली सावधानी और बकरों की बिक्री में खेल के बारे में आपको जानकारी देंगे. जिसको पढ़ने के बाद आप बकरों को खरीदेंगे तो फिर खेल का शिकार नहीं होंगे.

बकरीद के बकरों के साथ होता है ये खेल
बकरीद पर बकरों को बेचने वाले व्यापारी बकरों के साथ खेल बहुत करते हैं. कम वजन वाले बकरों को ज्यादा वजन दिखाकर बेचा जाता है. असल में बकरों को आटे—बेसन का पानी पिला देते हैं और एक खास किस्म की दवा खिला दी जाती है. जिससे बकरों का गला सूखने लगता है और बकरा पानी बहुत ज्यादा मात्रा में पी लेता है और वो मोटा नजर आने लगता है. जब उसका वजन कराया जाता है तो ज्यादा वजन भी निकलता है. ऐसे में आम लोग इस खेल को नहीं पकड़ पाते हैं. हालांकि इसकी पहचान करने का बेहद ही आसान तरीका है. अगर किसी बकरे को दवा खिलाई गई और उसने ज्यादा पानी पिया है तो वो जुगाली नहीं करेगा, ऐसे में खरीदारी करते वक्त बकरे को 10 से मिनट तक देखें अगर जुगाली न करे तो होश्यिार हो जाएं. वहीं अगर बकरे के पेट पर चार अंगुली मारेंगे तो धब-धब की आवाज आएगी.

इस नए तरीके से बिक रहे हैं बकरीद पर बकरे
बकरीद पर मोटे तौर पर बकरे की बोली लगती है. यानि यही पुराना तरीका है बकरों को खरीदने का. लोग मंडी में जाते हैं और फिर बकरों को पसंद करते हैं और व्यापारी एक रेट बताता है. इसमें मोलभाव करके बकरों को खरीदा जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में तौल के हिसाब से बकरों का रेट लगने लगा है. असल में अब बहुत से व्यापारी तौल के हिसाब से बकरों को बेचते हैं. बकरों का दाम 400 रुपए से लेकर 800 रुपए किलो तक लगाया जाता है. मान लीजिए किसी बकरे का वजन 10 किलो है और उसका दाम 400 रुपए प्रति किलो लगा तो उस बकरे की कीमत 4 हजार होगी. आगरा स्थित देश के सबसे बड़े गोट फार्म युवान में तो 800 रुपए किलो तक के बकरे के रेट हैं. जिस बकरे का जितना वजन होता है उसी हिसाब से रेट तय होता है.

कुर्बानी के बकरों में इन 5 बातों का दें ध्यान
ईद-उज-अज़हा यानि बकरीद मुसलमानों का एक बेहद ही अहम त्योहार है. इस त्योहार पर मुसलमान धार्मिक मान्यता के मुताबिक अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश करते हैं. ज्यादातर लोग बकरों की कुर्बानी पेश करते हैं. चूंकि अल्लाह की राह में कुर्बानी पेश की जाती है तो इसलिए अच्छा किस्म का बकरा खरीदा जाता है. बकरा खरीदते वक्त इस बात का ध्यान दिया जाता है कि उसके दो दांत हों. उसके सींग टूटे न हों. कान कटा न हो. बकरा लंगड़ा न हो. बकरा बीमार न हो. कहते हैं कि अगर बकरे में इस तरह की कोई कमी होती है तो कुर्बानी कुबूल नहीं होती है.

Exit mobile version