नई दिल्ली. पशुपालन बेहतरीन काम है और इससे किसानों की आमदनी भी दोगुनी हो रही है. वहीं सरकार भी पशुपालन के जरिए ही किसानों आमदनी दोगुना करना चाहती है. गौरतलब है कि पशुपालन के काम में सबसे ज्यादा खर्च फीड पर ही आता है. पशुपालन के कुल खर्च में तकरीबन 70 फीसदी खर्च फीड पर आता है, अगर फीड महंगा हो जाए तो फिर पशुपालकों का मुनाफा कम होने लगता है. यही वजह है कि कई बार पशुपालक सस्ता फीड खिलाने लगते हैं, जिससे उत्पादन पर असर पड़ता है और तब भी पशुपालकों को ही नुकसान होता है.
इसलिए पशुपालक भाई हमेशा इस चीज के लिए कोशिश करते हैं कि कैसे फीड पर आने वाले खर्च को काम किया जाए. पशुपालकों की इसी समस्या को समझते हुए बनास डेयरी ने बड़ा और अहम कदम उठाया है. जिससे सीधे तौर देश के लाखों पशुपालकों को फायदा मिलेगा. एक आंकड़े के मुताबिक बनास डेयरी के इस फैसले से लाखों पशुपालकों को 125 करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष रूप में फायदा होगा. आइए इस बारे में डिटेल से जानते हैं कि यह फायदा कैसे होगा.
लागू हो गई नई कीमत
दरअसल, बनास डेयरी ने अपने यहां बन रहे बेहतरीन क्वालिटी के दाने की कीमतों में कटौती कर दी है. बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी के नेतृत्व में यह अहम फैसला लिया गया है. जिसका लाखों पशुपालकों को फायदा मिलेगा. बनास डेयरी ने प्रति बैग की नई कीमतें जारी कर दी हैं. इसमें 80 रुपए की कटौती की गई है. यही वजह है कि अब बनास दाना 1500 रुपए की नई कीमतों पर पशुपालकों को मिलेगा. नई कीमत 1 जुलाई से लागू कर दी गई है. यानि अब नई कीमतों पर दाना मिलेगा.
ताकि किसानों को मिल सके फायदा
चेयरमैन शंकरभाई चौधरी के मजबूत नेतृत्व में बनास के लाखों पशु रक्षकों को बड़ी राहत मिली है. इससे उनका फायदा बढ़ जाएगा. गौरतलब है कि बनास डेयरी की ओर कुछ दिन पहले दूध के दाम बढ़ाकर किसानों एक और राहत दी गई थी. अब अनाज के दाम कम होने से पशुओं के उत्पादन में लागत कम हो जाएगी और उन्हें इससे ज्यादा फायदा होगा. बनास डेयरी की ओर कहा गया है कि सहयोग भावना और पशु कल्याण के लिए बनास डेयरी लगातार काम रही है, ताकि किसानों को इसका फायदा मिल सके और वो ज्यादा से ज्यादा दूध का उत्पादन कर सकें. अगर पशुपालक जयादा दूध का उत्पादन करेंगे तो उन्हें फायदा भी ज्यादा होगा.