Poultry: मंत्री ने उठाई पोल्ट्री सेक्टर की समस्याएं, अफवाहों को रोकने लिए डॉक्टरों की मदद लेने की दी सलाह

नेशनल सिंपोजियम में बोलते मंत्री महिपाल ढांडा.

नई दिल्ली. सरकार एक तरफ पशुपालन और मछली पालन जैसे कामों को बढ़ावा दे रही है. जिससे ये कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. जबकि दूसरी ओर पोल्ट्री सेक्टर को लेकर ना तो सरकार ने कोई नीति बनाई है और ना ही कोई मजबूत काम किया. बावजूद इसके ये इंडस्ट्री बेहतरीन काम रही है और आज यह इंडस्ट्री 3 लाख करोड़ रुपए की हो गई है. इस सेक्टर से 50 लाख लोग जुड़े हुए हैं और उन्हें रोजगार मिल रहा है. यह बात किसी और ने नहीं बल्कि हरियाणा सरकार में मंत्री महिपाल ढांडा ने कही है. वह पिछले दिनों आयोजित वीआईपी के दूसरे नेशनल सिंपोजियम में बोल रहे थे.

उन्होंने पोल्ट्री सेक्टर में अफवाहों को लेकर चिंता जाहिर की. कहा कि बर्ड फ्लू जैसी बीमारी आती है तो उद्योग बिल्कुल बंद पड़ जाता है. पोल्ट्री नुकसान पहुंचाने वाले लोग अफवाह फैला देते हैं. अगर कबूतर में कोई बीमारी आती है तो सबसे पहले इसका असर पोल्ट्री पर पड़ता है. उन्होंने कहा कि किसी पक्षी में अगर ये बीमारी है तो फिर एक कमरे में पल रही मुर्गियों में ये बीमारी कैसे पहुंच जाती है, ये बात मेरे समझ से परे है. लोग अफवाह फैलाकर पोल्ट्री कारोबार को चौपट कर रहे हैं. इसलिए लोगों को जागरुक करने की जरूरत है.

डॉक्टरों की लें मदद
मंत्री ने कहा कि इस तरह की अफवाहों को रोकने के लिए डॉक्टरों की मदद की जरूरत है. अगर डॉक्टर यह कहेगा कि पोल्ट्री में बर्ड फ्लू बीमारी जल्दी नहीं आती तो उसकी बात को समाज मानेगा और इस सेक्टर को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में पोल्ट्री से जुड़े तमाम संगठनों को भी आगे आना होगा और उन्हें लोगों को अवेयर करने के लिए डॉक्टरों की मदद लेनी पड़ेगी. अगर आप जवाब देने के लिए तैयार नहीं होंगे तो फिर कोई भी आपकी मदद नहीं कर पाएगा.

अंडों के प्रति जागरुक करने की जरूरत
उन्होंने कहा कि अंडा प्रोटीन का बेहतरीन जरिया है. अगर कोई व्यक्ति मीट मछली नहीं खाना चाहता तो अंडा खाकर प्रोटीन हासिल कर सकता है. ये सस्ता और शाकाहारी भी है. इसके लिए भी डॉक्टर की टीम की मदद ली जा सकती है. डॉक्टरों के संगठन आईएमए का सहयोग मांगना चाहिए और उनसे अपील करना चाहिए कि लोगों को अंडा खाने का प्रति जागरूक करें. तभी लोगों को प्रोटीन वाला आहार मिलेगा, बल्कि इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. अगर पोल्ट्री प्रोडक्ट अच्छा है तो इसके बारे में लोगों को बताना होगा. जिससे पोल्र्टी का जो 3 लाख करोड़ का जो बिजनेस और आगे जाएगा और इस इंडस्ट्री के तमाम लोगों को फायदा होगा.

मक्का की समस्या भी उठाया
उन्होंने मक्का की समस्या को भी उठाया. कहा कि एथेनॉल में मक्का का इस्तेमाल हो रहा है. सभी संगठन सरकारों से मिलकर यह कहना चाहिए कि हमारे देश में पोल्ट्री सेक्टर के लिए मक्का की खास जरूरत है. क्योंकि उनके फीड के तौर पर सबसे ज्यादा मक्का की जरूरत होती है. सभी संगठन मिलकर सरकार से अपील करें कि पोल्ट्री में मक्का की जितनी भी जरूरत है उस हिसाब से सरकार उन्हें मक्का उपलब्ध कराए. सरकार से कहना होगा कि अभी तक हमारे सेक्टर ने सरकार से कुछ भी नहीं लिया है लेकिन मक्का की मांग पूरी करनी चाहिए.

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