नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के छात्रों के लिए ये खबर काम की है. तकरीबन 70 हजार से ज्यादा छात्रों को यूजी और पीजी कॉलेजों में सीटें अलॉट कर दी गईं हैं. अब इन छात्रों को कॉलेजों में रिपोर्टिंग करनी होगी. जबकि जिन छात्रों को अलार्टमेंट नहीं मिला है वो कॉलेज लेवल काउंसलिंग में हिस्सा ले सकते हैं. इसके बाद उनका चयन होगा. हालांकि चयन मेरिट के आधार पर किया जाएगा. गौरतलब है कि कॉलेजों के रेगुलर कोर्सेस में दाखिले के लिए ऑनलाइन काउंसिलिंग के दूसरे राउंड के अलॉटमेंट मंगलवार को हुए.
इसमें प्रदेश के यूजी कॉलेजों की 59 हजार और पीजी कॉलेजों की 22 हजार सीटें अलॉट हुई. दूसरे राउंड में भी साइंस, लॉ व आर्ट्स स्ट्रीम के कोर्सेस की अच्छी मांग रही, जिससे इनका कटऑफ काफी ऊंचा रहा. यूजी में बीए, बीकॉम, बीएससी, बीएसडब्ल्यू, बीए एलएलबी, बीबीए एलएलबी जैसे कोर्स हैं, जबकि पीजी में एमए, एमकॉम, एमएससी, एमएसडब्ल्यू, एमजे आदि शामिल हैं.
80 प्रतिशत रहा कटआफ
पहले राउंड की ऑनलाइन काउंसलिंग के बाद खाली रहीं सीटों के लिए दूसरा राउंड आयोजित किया गया. इंदौर में जीएसीसी, होलकर साइंस कॉलेज, न्यू जीडीसी, ओल्ड जीडीसी, गवर्नमेंट लॉ कॉलेज के ज्यादातर कोर्सेस का कटऑफ 80 प्रतिशत से अधिक रहा. अलॉटमेंट पाने वाले स्टूडेंट्स को अब कॉलेजों में रिपोर्टिंग करनी होगी। जिन्हें अलॉटमेंट नहीं मिला या मनपसंद कॉलेज/कोर्स नहीं मिला, वे रिक्त सीटों पर एडमिशन के लिए सीएलसी (कॉलेज लेवल काउंसलिंग) हिस्सा ले सकते हैं। सीएलसी के अलॉटमेंट 5 जुलाई को मेरिट के आधार पर होंगे.
सीटें अलॉट कर दी गईं हैं
बीएड-एमएड कोर्सेस में एडमिशन के लिए दूसरे राउंड के अलॉटमेंट 26 जून को आने थे, लेकिन 48 घंटे पहले मंगलवार को ही अलॉटमेंट सूची वेबसाइट पर अपलोड हो गई. इस सूची के अनुसार ज्यादातर कॉलेजों में गिनती की ही सीटें अलॉट हुई थीं. इसे लेकर कॉलेजों ने विभाग से संपर्क किया. अधिकारियों ने इसे त्रुटिवश अपलोड होना बताया और कुछ ही देर में सूची हटा ली गई.