Dairy: गर्मी में दुधारू पशुओं को ये तीन चीजें जरूर खिलाएं, मिलेगा फायदा

According to FSSAI, Mobile Food Testing Laboratory (MFTL), also known as “Food Safety on wheels” (FSW), play a crucial role in expanding food testing, training, and awareness programs, particularly in villages, towns, and remote areas.

दूध की प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग के बिजनेस में यह बेहद ही जरूरी है कि पशु दूध का उत्पादन नियमित रूप से करता रहे और वह भी अपनी क्षमता के मुताबिक. खासतौर पर गर्मी के सीजन में ऐसा होता है कि पशु का दूध उत्पादन घट जाता है. ऐसे में डेयरी फार्मिंग का काम करने वाले पशुपालक भाइयों को इससे नुकसान होने लगता है. मान लीजिए की कोई पशु दिन भर में 10 लीटर दूध देता है, जबकि वही पशु अगर 8 लीटर दूध देने लगे तो सीधे तौर पर पशुपालक भाइयों को नुकसान हो जाएगा. महीने में यह नुकसान बड़ा हो जाता है. इसलिए एनिमल एक्सपर्ट पशुओं की देखरेख में कुछ बदलाव की सलाह देते हैं.

एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि जून के महीने में जब गर्मी ज्यादा रहती है तो पशुओं का ठीक ढंग से ख्याल रखना चाहिए. खासतौर पर पशुओं के लिए अलग से शेड तैयार करना चाहिए. जिसमें आसानी से वो रह सकें और उन्हें गर्मी न लगे. इसके लिए कूलर और पंखे की व्यवस्था पशुओं के लिए की जानी चाहिए. वहीं डेयरी पशुओं के लिए उनके क्षेत्र में हर वक्त साफ और ताजा पानी उपलब्ध रहना चाहिए. पानी अगर ठंडा रहेगा तो और बेहतर है. इससे पशु खुद को गर्मी से बचा पाएंगे और उनका दूध उत्पादन भी बढ़ेगा.

तरल कैल्शियम और फास्फोरस दें
एनिमल एक्सपर्ट का कहना है गर्मी के मौसम में दुधारू पशुओं को 70 से 100 मिली लीटर तरल कैल्शियम और फास्फोरस हर दिन देना चाहिए. इसके कई फायदे हैं. इससे न सिर्फ पशुओं की हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होंगी. बल्कि उनका दूध उत्पादन बढ़ता है और पशुओं के समग्र विकास के लिए यह बेहद ही जरूरी होता है. अगर आप इसे हर दिन देते हैं तो पशुओं को इससे फायदा मिलेगा.

मिनरल मिक्सचर भी दें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पशुओं को 50 से 60 ग्राम खनिज मिश्रा प्रतिदिन देने की कई फायदे होते हैं. जिससे दूध उत्पादन में वृद्धि होती है. प्रजनन क्षमता में सुधार होता और पशुओं के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है. यह मिश्रण पशुओं को आवश्यक खनिज प्रदान करते हैं और उनके शारीरिक कार्यों जैसे कि हड्डियों के विकास पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बेहतर होते हैं. इससे दूध उत्पादन भी ज्यादा मिलता है.

20 ग्राम नकम हर दिन दें
एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि पशुओं को 20 ग्राम नमक प्रतिदिन देना चाहिए. पशुओं को दी जाने वाली नमक की मात्रा उसके शरीर वजन के और दूध उत्पादन पर निर्भर करती है. आमतौर पर पशुओं को प्रतिदिन 100 किलोग्राम शरीर के वजन के हिसाब से 8 से 10 ग्राम नमक दिया जाता है.

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