नई दिल्ली. पशुपालन करके किसान डेयरी का बिजनेस करें ताकि उनकी इनकम को दोगुना किया जा सके. इसके लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है. साथ में दूध उत्पादन की लागत को भी कम करने के लिए सरकार प्रयासरत है. ताकि पहले से डेयरी फार्मिंग करने वाले किसानों को फायदा हो सके. इसी कड़ी में आयोजित एक बैठक में परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार) नितिन गडकरी ने दूध उत्पादन में लागत कम करने के लिए कुछ सुधाव राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड एनडीडीबी के सामने रखा.
महाराष्ट्र सरकार और एनडीडीबी द्वारा संयुक्त रूप से विदर्भ-मराठवाड़ा डेयरी विकास परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर आयोजित एक विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में महाराष्ट्र सरकार की पशुपालन मंत्री पंकजा गोपीनाथ मुंडे भी उपस्थित थी. साथ ही एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह भी मौजूद रहे.
मंत्री ने क्या-क्या कहा
गडकरी ने एनडीडीबी को काम में तेजी लाने की सलाह दी और टिकाऊ चारा आपूर्ति के लिए अधिक चारा-आधारित एफपीओ बनाने का सुझाव दिया.
इसके अलावा दूध परिवहन लागत को कम करने के लिए ई-वाहनों और सीएनजी वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने की भी बात कही.
साथ ही सेक्स-सॉर्टेड सीमेन और आईवीएफ तकनीक का उपयोग करके वैज्ञानिक प्रजनन बुनियादी ढांचे को बढ़ाने का सुझाव दिया.
उन्होंने गौशाला प्रबंधकों के लिए प्रशिक्षण और गौशालाओं से जैव-सीएनजी उत्पादन की खोज का भी सुझाव दिया.
वहीं इस अहम बैठक में मंत्री पंकजा मुंडे ने विदर्भ और मराठवाड़ा में सतत डेयरी विकास के लिए समर्थन का आश्वासन दिया.
एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. शाह ने नागपुर में स्थापित किए जा रहे नए मेगा डेयरी प्लांट की प्रगति प्रस्तुत की और बताया कि इसके अक्टूबर 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है.
नागपुर में आगामी धारा ऑयल्स पैकेजिंग और मवेशी चारा प्लांटों के साथ, ये प्रयास विदर्भ और मराठवाड़ा के किसानों के लिए बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज को और मजबूत करेंगे.
बैठक में अपर सचिव, पशुपालन एवं डेयरी विभाग सुश्री वर्षा जोशी, डॉ. एन रामास्वामी, डॉ. प्रवीणकुमार देवरे, मनीष बंदलिश डॉ. सीपी देवानंद आदि मौजूद रहे