Fisheries: एक तालाब में छह तरह की मछलियों को पालें, यहां पढ़ें इसके फायदे

तालाब में खाद का अच्छे उपयोग के लिए लगभग एक सप्ताह के पहले 250 से 300 ग्राम प्रति हेक्टेयर बिना बुझा चूना डालने की सलाह एक्सपर्ट देते हैं.

तालाब में मछली निकालते मछली पालक

नई दिल्ली. मछली पालन में अगर ज्यादा मुनाफा कमाना है तो इसकी सटीक जानकारी करना बेहद ही जरूरी है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर ​मछली पालन में नुकसान हो जाएगा. अगर आप मछली पालन की सटीक जानकारी लेना चाहते हैं तो ट्रेनिंग भी ले सकते हैं. या फिर किसी अनुभवी मछली पालक से सीख सकते हैं. ये सभी आपको मछली पालन से जुड़ी अहम जानकारी दे देंगे. जिसके बाद मछली पालन करने से आपको फायदा होगा. मछली पालन में आपकी कमाई बढ़ जाएगी और अच्छा मुनाफा मिलेगा.

बता दें कि मछली पालन में तालाब के बारे में जानकारी करना भी बेहद ही जरूरी होता है. एक्सपर्ट का कहना है कि तालाब देखने में एक होता है लेकिन इसकी तीन सतह होती है और तीनों सतह की मछलियां अलग होती हैं. कुछ म​छलियां ऊपरी सतह पर रहती हैं, कुछ मछलियां बीच की सतह पर रहती हैं और कुछ मछलियां निचली सतह पर रहती हैं. इसलिए बेहद ही जरूरी है कि इस बात का ध्यान रखते हुए मछलियों का पालन किया जाए. आइए इस बारे में डिटेल से जानते हैं कि कौन सही मछली किस सतह पर रहती है.

ऊपरी सतह वाली मछली
फिश एक्सपर्ट का कहना है कि ऊपरी सतह में रहने वाली मछलियां, वो मछलियां होती हैं, जिनमें सिल्वर कार्प और कत्ला का नाम शामिल है. सिल्वर कार्प और कत्ला में ये खासियत होती है कि सिल्वर कार्प फ्लाइटो प्लैंक्टन खाती है. जबकि कत्ला प्लैंक्टन खाती है और यह ऊपर रहती है. मान लीजिए अपने कत्ला और सिल्वर कार्प को ऊपर डाल दिया तो नीचे जो भोजन है, तालाब का वह कौन खाएगा? इसलिए आपको बीच की सतह के लिए अलग तरह की मछली को पालना होगा.

बीच के लिए ये मछली पालें
आमतौर पर बीच की सतह पर रोहू मछली रहती है और इसकी डिमांड में मार्केट में बहुत ज्यादा है. इसका रेट भी अच्छा मिलता है. इसलिए बीच की सतह पर रोहू मछली को पाल जाना चाहिए. अगर आप इसको बीच के कॉलम में पलते हैं तो जो बीच का फीड है वह ये मछली खाएगी और इससे अच्छी ग्रोथ करके आपके बेहतर कमाई का मौका देगी.

निचली सतह पर रहने वाली मछली
अब बात आती है निचली सतह पर मछली पालने की तो आमतौर पर निचली सतह पर नैन और कॉमन कार्प को पाला जाता है जो भी नीचे के पदार्थ होते हैं ये उसको खाती हैं. वही जब आप तालाब बनाते हैं तो उसके अंदर घास भी निकलती है. इसलिए उसकी सफाई रखनी पड़ती है. सफाई रखने के लिए ग्रास कार्प को पाला जाता है जो घास खाती है.

Exit mobile version