Kalahari Goats: मांस के लिए फेमस हैं कालाहारी बकरियां, जानिए इनकी विशेषताएं

इन बकरियों की अच्छी मांसपेशियां, मजबूत पैर और चौड़ी छाती वाला लंबा शरीर होता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. बकरी पालन अब बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. बकरी पालन दोहरे उद्देश्य के लिए किया जाता है. एक तरफ इनसे दूध मिलता है, वहीं दूसरी तरफ बकरों से मीट मिलता है. हालांकि कई बीमारियों में बकरी का दूध लाभकारी होने के चलते आज देहात ही नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी बकरी पालन किया जा रहा है. बकरियों की कई ऐसी नस्लें भी हैं, जो दूध के साथ मीट के लिए बहुत फेमस हैं. अपने बाड़े में इस बकरी को पाल कर आप भी अपनी इनकम में अच्छी ग्रोथ कर सकते हैं. आज एक ऐसी बेहतरीन नस्ल के बारे में बात कर रहे हैं, जो अपने मीट के लिए जानी जाती है. इस आर्टिकल के जरिए हम कालाहारी बकरियों की जानकारी दे रहे हैं.

बकरियों की खासियत होती है, कि ये कम खर्च में पल जाती हैं. बकरियों से एक से डेढ़ साल में अच्छी कमाई ली जा सकती हैं. कालाहारी बकरी उन्हीं बकरियों की एक नस्ल है. ये बकरी भी कम खर्च में ज्यादा मुनाफा देती है. आइये जानते हैं इस बकरी की खासियतें क्या हैं.

कालाहारी लाल बकरियों की खा​स बातें: कालाहारी लाल बकरियां मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका की एक मजबूत मांस वाली बकरी की नस्ल है. ये बकरियां अपनी लचीलापन और बेहतरीन मांस उत्पादन के लिए जानी जाती हैं.

रंग: इन बकरियों का विशिष्ट लाल या लाल-भूरे रंग का कोट होता है. जो शुष्क क्षेत्रों में छलावरण में मदद करता है और धूप से होने वाली जलन से बचाता है.

आकार: मध्यम से बड़ा आकार, नर (हिरन) आमतौर पर मादा (हिरन) की तुलना में अधिक मांसल और भारी होते हैं.

शरीर: इन बकरियों की अच्छी मांसपेशियां, मजबूत पैर और चौड़ी छाती वाला लंबा शरीर होता है.

कान: लंबे, लटके हुए कान होते हैं.

सींग: दोनों लिंगों में आमतौर पर पीछे की ओर मुड़े हुए सींग होते हैं.

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