Scheme: सरकार की इस योजना का फायदा उठाकर घर लाइए गाय-भैंस और कमाइए मोटा मुनाफा

दुधारू पशुओं के बयाने के संकेत में सामान्यतया गर्भनाल या जेर का निष्कासन ब्याने के तीन से 8 घंटे बाद हो जाता है.

गाय-भैंस की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. नई दिल्ली. सरकारें पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पशुपालन में आगे आएं और अपनी इनकम को बढ़ा सकें. इसी क्रम में मध्य प्रदेश सरकार की ओर से भी मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत दुधारू गाय के अलावा भैंस की खरीदारी पर सरकार मदद करती है. अगर आप भी मध्य प्रदेश के निवासी हैं और सरकार की इस योजना का फायदा उठाकर पशुपालन का काम शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इस योजना का मकसद लोगों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाना है.

मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना के तहत सरकार दो दुधारू गाय और दो दुधारू भैंस की खरीद पर अनुदान देती है. इसके लिए दो गाय की खरीद पर 1 लाख 70 हजार 325 रुपए सरकार की ओर से दिया जाएगा. जबकि 18925 रुपए लाभार्थी को खुद लगाने होंगे. वहीं भैंस की खरीदारी पर 2 लाख 18 हजार 700 रुपए सरकार देगी. जबकि 24 हजार 300 रुपए लाभार्थी को खुद खर्च करने होंगे.

योजना के बारे में पढ़ें
2 दुधारू पशु खरीदने पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक अनुदान दिया जाएगा. इस योजना के तहत लाभार्थी 2 दुधारू गाय या 2 दुधारू भैंस योजना के तहत खरीद कर अनुदान का लाभ ले सकते है. सरकार की ओर से कहा गया है कि कई कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा देना का काम किया जा रहा है. उन्हीं में से ये भी एक योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही है. मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के ढेरों अवसर पैदा कर रही है. योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में दूध उत्पादन में वृद्धि कर प्रदेश में रोजगार उपलब्ध कराना है. मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना के संचालन की सभी जिम्मेदारी मध्य प्रदेश सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग को दी गयी है.

पहले सिर्फ गाय पर मिलता था अनुदान
योजना के तहत प्रदेश की निवासियों को दुधारू पशु की खरीद पर सरकार द्वारा आर्थिक अनुदान प्रदान किया जाता है. पहले इस योजना का नाम मुख्यमंत्री दुधारू गाय प्रदाय योजना हुआ करता था. जिसमें सिर्फ दुधारू गाय की खरीद पर सरकार द्वारा आर्थिक अनुदान दिया जाता था. लेकिन उसके बाद इस योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना कर दिया गया. जिसमें अब दुधारू भैंस की खरीद पर भी सरकार द्वारा आर्थिक अनुदान दे रही है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का फायदा मिल सके. गाय पालन के अलावा भैंस पालने वालों को भी लाभ मिले.

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