नई दिल्ली. अक्सर पशु पालक भाई इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका पशु दूध उत्पादन सही मात्रा में नहीं कर रहा है. कई बार ये इस वजह से भी होता है कि पशु ना तो सही से पानी पीता है ना ही सही से हरा चारा खाता है ना ही सूखा चारा खाता है. जबकि कुछ केस में पशुओं के पेट में कीड़े भी पड़ जाते हैं. जिसकी वजह से पशु जो कुछ खाता पीता है उसका फायदा नहीं दिखता है. जबकि पशु कमजोर हो जाता है और उसकी सेहत भी खराब हो जाती है. हालांकि इस समस्या को दूर करने का भी फार्मूला है. बेहद ही आसानी के साथ कई जड़ी बूटियां को देकर पशुओं की समस्या को दूर किया जा सकता है.
तो आइए इस बारे में डिटेल से जानते हैं कि पशुओं को ऐसा क्या खिलाया जाए जिससे यह समस्या दूर हो जाए. बता दें कि ये जड़ी-बूटियां ऐसी हैं जो रोजमर्रा में इस्तेमाल करते हैं जो आसानी से आपको आपके रसोई घर में या फिर किसी जड़ी-बूटी की दुकान पर मिल जाएगी.
क्या-क्या खिलान है और कैसे
इसमें आपको मेथी दाना, काली मिर्च, हल्दी, हरण, आंवला, पीपल वट, सोंठ, अजवाइन और सोडा लेना है.
इन सभी के अंदर ऐसी प्राकृतिक गुण होते हैं जिसको खाने के बाद पशु अच्छे से सभी कुछ खाने पीने लगता है और उसके शरीर में खाने पीने वाली चीज लगने लगती हैं.
इसके नतीजे में पशु का दूध उत्पादन बढ़ जाता है और पशु को जल्दी बीमारियां भी नहीं लगती हैं और पशु कमजोर भी नहीं होता है.
बात आती है इस खास चीज को देने की तो बता दें कि इनका पाउडर पशुओं को देना होता है.
सबसे पहले आप इन सारी चीजों को मिक्सर में अच्छी तरह से पाउडर बना लें. फिर पशुओं को इस खिलाना शुरू कर दें.
इसे देने के लिए आपको एक और चीज की जरूरत पड़ेगी, जिससे गुड़ कहा जाता है. लगातार 10 दिन तक 50 ग्राम गुड़ और 50 ग्राम यह पाउडर मिलाकर पशुओं को खिलाना है.
निष्कर्ष
इन जड़ी-बूटियां से निर्मित पाउडर को खाने से पशुओं पर इसका असर 10 दिनों में ही दिखाई देने लगेगा. वहीं इसका फायदा ये भी है कि पेट के अंदर मौजूद कीड़े की समस्या भी दूर हो जाएगी.