Milk Rate: यहां बढ़ गया है दूध का दाम, जानें कितना बढ़ा है रेट, किसानों को मिलेगा फायदा

PEANUT, MILK, CIPHET, LUDHIANA

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में दूध की कीमत में इजाफा कर दिया गया है. 1 मार्च से इंदौर में दूध की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि कर दी गई है. इंदौर दूध विक्रेता संघ और मध्य प्रदेश राजस्थान में बढ़े हुए दाम की घोषणा कर दी है. इस शहर में अब खुले दूध की कीमत 62 रुपए प्रति लीटर होगी और ये शहर के लोगों को चुकानी होगी. जबकि बंदी के दूध के लिए 60 प्रति लीटर का भुगतान करना होगा. हालांकि बंदी के दूध पर अलग से सेवा शुल्क भी लगेगा. कहा जा रहा है कि इससे दूध बेचने वाले पशुपालकों को सीधे तौर पर फायदा होगा.

गौरतलब है कि गर्मी के मौसम में चारे और पशु आहार की कीमतें बढ़ जाती है. क्योंकि उनकी कमी हो जाती है. इस वजह से पशुपालन करने की लागत बढ़ जाती है. यानी दूध उत्पादन करने में किसानों को अतिरिक्त पैसा लगाना पड़ता है. किसनों की समस्या को देखते हुए इंदौर दूध विक्रेता संघ ने दाम बढ़ाने का फैसला किया है. संघ की ओर से कहा गया कि दूध के दामों में की गई ये बढ़ोत्तरी पूरी तरह से किसानों के हित में की गई है और इससे विक्रेताओं को नहीं बल्कि किसानों को फायदा होगा.

गर्मी में बढ़ाए जाते हैं दाम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर में दूध के दाम साल में दो बार बढ़ाए और घटाए जाते हैं. गर्मी के मौसम में जब पशु आहार महंगा हो जाता है और तब दूध का उत्पादन कम होता है तो कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. वहीं बारिश और सर्दियों के मौसम में जब चारे की उपलब्धता बढ़ जाती है तब दूध के उत्पादन में इजाफा होने के कारण इसमें गिरावट भी आती है. पिछले कई साल में भी यही ट्रेंड देखा गया है. जब गर्मियों में दाम बढ़ाए गए हैं और सर्दियों में दाम कम कर दिए गए हैं. इससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता है और उन्हें फायदा भी मिलता है. वहीं दूध उत्पादन करने को लेकर किसान इससे खुश नजर आए हैं.

किसानों को मिलेगा फायदा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले 5 वर्षों में इंदौर में दूध की कीमतों में कई बार बदलाव किया गया है. पिछली बार मार्च 2024 में दूध कीमतों में प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी. वहीं सितंबर के महीने में 2 प्रति लीटर कम कर दिया गया था. यानी किसानों को चार रुपए का फायदा मिला था तो वहीं जब सितंबर में कमी की गई तो सिर्फ दो रुपए की कमी की गई है. इससे उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. अब एक बार फिर से 2 रुपए दाम बढ़ा दिए गए हैं, तो किसानों को इसका सीधे तौर पर फायदा मिलने वाला है.

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