Animal News: जानवरों को बरसात में बीमारी से बचाने को करें ये इंतजाम

दुधारू पशुओं के बयाने के संकेत में सामान्यतया गर्भनाल या जेर का निष्कासन ब्याने के तीन से 8 घंटे बाद हो जाता है.

गाय-भैंस की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. अगर बरसात के मौसम में पशुपालक अपने जानवरों को बीमारियों से बचाना चाहते हैं तो ये खबर उनके लिए है. थोड़े से प्रबंधन और जरा सी समझदारी से किसान अपने जानवरों को मरने से बचा जा सकते हैं. ऐसा हम नहीं बल्कि एक्सपर्ट कह रहे हैं. अगर आपको अपने पशुओं की थोड़ी सी भी चिंता है तो इस खबर को अंत तक जरूर पढ़े. बारिश में जानवरों को बीमारियों से बचाने के लिए, पशुपालकों को कुछ विशेष इंतजाम करने चाहिए. इनमें साफ और सूखा शेड, समय पर टीकाकरण, पौष्टिक आहार, और स्वच्छ पानी की व्यवस्था शामिल है. कीचड़ और पानी के जमाव से होने वाले संक्रमणों से बचने के लिए नियमित सफाई और कीटनाशकों का छिड़काव करना भी बेहद ज़रूरी है.

भारत में बड़े पैमाने पर पशुपालन किया जा रहा है. किसान पशुपालक ने हर महीने अच्छी कमाई करने में लगे हैं. लेकिन पैसा कमाने के साथ-साथ पशुधन की देखभाल करना भी बहुत आवश्यक है. जरा भी सी लापरवाही से बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है. ये नुकसान सबसे ज्यादा बरसात के मौसम में बहुत होता है. इसलिए बरसात में पशुओं की देखभाल करना बहुत जरूरी है. पशु विशेषज्ञों का मानना है कि पशुओं को साफ और ताजा पानी प्रदान करें. बारिश के मौसम में भी उन्हें नियमित अंतराल पर ताजा पानी दिया जाना चाहिए.

बारिश में जानवरों की देखभाल का तरीका यहां पढ़ें
बरसात से पहले ही पशुपालक अपने जानवरों की देखभाल आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा बढ़ा दें. जिससे आर्थिक नुकसान उठाने से पहले ही बचा जा सके.

बरसात का मौसम चल रहा है. अगर किसान बारिश को लेकर पहले से ही अपने बाड़े में ठीक से इंतजाम कर लेंगे तो पशुओं को बीमार होने से बचाया जा सकता है.

पशुपालकों के लिए ये टिप्स पशुओं का ध्यान रखने में मदद करेंगे. नीचे दिए जा रहे बिंदुओं को गौर से पढ़ें और अपने पशुपालन में इन्हें आजमाएं तो पशुओं को बीमार होने से बचाया जा सकता हीै.

बरसात के दौरान जानवरों के लिए अच्छा और सुरक्षित आश्रय का प्रबंध करें. बारिश से बचने के लिए उन्हें ऐसे स्थान पर रखें जहां पानी जमा ना हो सके.

अगर उनके बाड़े में पानी भर गया तो पशुओं में बीमारी लगने से कोई नहीं बचा सकता. इसलिए बारिश से पहले ही अपने बाड़े को ठीक कर लेना चाहिए.

बाड़े को कैसा बनाना चाहिए
पशु के रहने के स्थान में ठीक से निर्माण की गई नालियां और पाइप का उपयोग करें, ताकि बारिश का पानी उनके रहने के स्थान से निकल सके.

सबसे ज्यादा दिक्कत उन इलाकों में आती है जहां पर अक्सर बाढ़ आने का खतरा बना रहता है.

इसलिए अपने पशु बाड़े का प्लेटफार्म रोड से कम से कम तीन फीट ऊंचा बनाना चाहिए, जिससे जल निकासी का प्रबंधन ठीक रहेगा और बाड़ा या रोड पर पानी भरने की स्थिति में आपका बाड़ा सुरक्षित बना रहेगा.

शेड की जमीन सूखी रहेगी तो उनका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा. नीचे की जमीन गीली रहने की वजह से वो ठीक से बैठ नहीं पाएंगे.

जबकि इससे कई तरह की बीमारियां लग सकती हैं. बरसात के मौसम में खतरनाक कीट और कीड़ों की संख्या बढ़ जाती है, इसलिए उन्हें बचाने के उपाय ले.

निष्कर्ष
पशु के स्वास्थ्य की नियमित रूप से निगरानी करें. बारिश के मौसम में कुछ आम स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं या बीमारियां अक्सर बढ़ जाती हैं, इसलिए उनका ध्यान रखें. अगर कोई पशु बीमार पड़ जाए या किसी परेशानी का सामना करे, तो तुरंत अच्छे पशुचिकित्सक से संपर्क करें और इलाज शुरू करवाएं.

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