नई दिल्ली. डॉ. मीनेश शाह Meenesh C Shah , अध्यक्ष, एनडीडीबी ने झारखंड सरकार की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की Shilpi Neha Tirkey से मुलाकात की और राज्य में एनडीडीबी द्वारा चलाई जा रही तमाम सहकारी डेयरी विकास संबंधी पहलों पर चर्चा की. इस दौरान डॉ. शाह ने मंत्री को झारखंड राज्य दुग्ध महासंघ (जेएमएफ) के गठन में एनडीडीबी की भूमिका तथा गांव स्तर पर दुग्ध सहकारी समितियों के गठन में सहायता के बारे में जानकारी दी. जिससे दूध संकलन प्रक्रियाओं को प्रभावी रूप से संचालित कर किसानों को उचित मूल्य का भुगतान सुनिश्चित किया जा सके. उन्होंने दुग्ध क्षेत्र में सस्टेनेबिलिटी और सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने हेतु एनडीडीबी की खाद प्रबंधन पहलों के बारे में भी अवगत कराया.
मुलाकात के दौरान डॉ. शाह ने किफायती सेक्स-सॉर्टेड सीमन के लिए एनडीडीबी की GauSort तकनीक पर प्रकाश डाला और जेनेटिक सुधार के माध्यम से उत्पादकता बढ़ाने के लिए झारखंड में एक बछिया पालन केंद्र स्थापित करने की योजना भी साझा की. मंत्री ने झारखंड के दूध किसानों की आजीविका सुधार की दिशा में एनडीडीबी के प्रयासों की सराहना की और राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.
झारखंड ने की इस लिए वित्तीय मदद
वहीं एनडीडीबी के अध्यक्ष ने राज्य सरकार द्वारा डेयरी प्रसंस्करण अवसंरचना के निर्माण और राज्य में डेयरी मूल्य शृंखला को मजबूत करने के लिए दी गई वित्तीय सहायता के लिए मंत्री का आभार जताया. साथ ही, उन्होंने मंत्री को देश के दुग्ध सहकारी आंदोलन की परिवर्तनकारी यात्रा की गहन जानकारी प्राप्त करने के लिए एनडीडीबी, आणंद का दौरा करने के लिए भी आमंत्रित किया. वहीं एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश सी. शाह ने झारखंड के सारथ में एनडीडीबी द्वारा प्रबंधित झारखंड मिल्क फेडरेशन (जेएमएफ) के मेधा डेयरी प्लांट में भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग की सचिव, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की अलका उपाध्याय का स्वागत किया.
झारखंड में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को किया जाएगा मजबूत
डॉ. शाह ने सुश्री उपाध्याय को झारखंड में एनडीडीबी के प्रमुख हस्तक्षेपों से अवगत कराया, जिसमें राज्य संघ का गठन और दूध खरीद को सुव्यवस्थित करने के लिए ग्राम-स्तरीय डेयरी सहकारी समितियों को बढ़ावा देना शामिल है. डॉ. शाह ने बायो-गैस संयंत्र की स्थापना के माध्यम से खाद प्रबंधन में एनडीडीबी की पहल, मवेशी चारा संयंत्र की स्थापना के माध्यम से पशु पोषण में सुधार की दिशा में प्रयास, चारा उत्पादन संयंत्र और हरे चारे की उपलब्धता के लिए चारा एफपीओ पर भी प्रकाश डाला. डॉ. शाह ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार के परामर्श से क्षेत्र में पशु स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएंगे, जिसमें बेहतर उत्पादकता और पशु कल्याण सुनिश्चित करने के लिए समय पर और सुलभ पशु चिकित्सा देखभाल का प्रावधान भी शामिल होगा.