नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के सरहदी क्षेत्र से लगे शहर नीमच में 13 अप्रैल को केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह आएंगे. वह दशहरा मैदान में राज्य स्तरीय सहकारी दुग्ध उत्पादक गोपाल सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकारियों ने कमर कस ली है. सम्मेलन में कोई कमी न रह जाए इसको देखने के लिए खुद पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटेल नीमच पहुंचे और उन्होंने दशहरा मैदान हवाई पट्टी के पास निरीक्षण करके जरूरी दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए.
सर्किट हाउस में राज्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रदेश में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए स्वयं सहायता समूह की फेडरेशन, दुग्ध महासंघ, राष्ट्रीय डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड और दूध उत्पादन से जुड़ी अन्य संस्थाओं को एक मंच पर लाकर आगे बढ़ाने के लिए हम तैयार हैं. जैविक सहित गोवंश जनित उत्पादन का व्यापक प्रचार प्रसार करने की जरूरत है. ताकि इनको समुचित बाजार मिले और इसका फायदा दूध उत्पादकों को मिले.
गृहमंत्री इन लोगों को करेंगे सम्मानित
मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा दूध उत्पादन पर पांच रुपए प्रति लीटर बोनस के वितरण पर विचार किया जा रहा है. नीमच में होने वाले सम्मेलन में नीमच सहित उज्जैन संभाग के सभी जिलों की दूध उत्पादक समितियां संघ को बुलाया गया है. सम्मेलन में आचार्य विद्यासागर, जीवदया गौ सेवा सम्मान योजना के तहत राज्य की चयनित तीन गौशाला को संस्थागत श्रेणी में 3 पुरस्कार और चार संस्थानों में साथ अन्य पुरस्कार सहित गौ सेवा के लिए व्यक्तिगत श्रेणी के लिए पुरस्कार भी गृह मंत्री देंगे. मंत्री ने बताया कि इन पुरस्कारों से लोगों के हौसला बढ़ता है.
दूध उत्पादन प्रतियोगिता भी होगी
राज्य स्तरीय देसी नस्ल की गायों की दूध उत्पादन प्रतियोगिता के आधार पर चयनित तीन पुरस्कार और भारतीय नस्ल की गायों की दूध उत्पादन प्रतियोगिता के आधार पर चयनित दूध उत्पादकों को भी तीन पुरस्कार दिए जाएंग. वहीं सम्मेलन की तैयारी का ज्यादा लेने के लिए संभाग आयुक्त संजय गुप्ता भी नीमच आए थे. उन्होंने कलेक्टर और एसपी के साथ दशहरा मैदान पर निरीक्षण किया. वर्तमान तैयारी का जायजा लिया. दूध उत्पादक समिति सदस्यों आम नागरिकों के सम्मेलन स पर बैठने के लिए अलग-अलग सेक्टर बनाकर व्यवस्था करने की निर्देश उनकी ओर से दिए गए. साथ ही मंच, प्रदर्शनी स्थल, पार्किंग व्यवस्था समेत अन्य आवश्यक प्रबंधन की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली. संभाग आयुक्त ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.