Poultry Farming: मुर्गी की ये नस्ल पोल्ट्री फार्म के लिए है बेस्ट, साल भर अंडा लेकर करें बंपर कमाई

देसी मुर्गियों का अंडा सबसे ज्यादा महंगा बिकता है. कुछ मुर्गियां कम अंडा देती हैं तो कुछ मुर्गियां ज्यादा अंडा देती हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. पोल्ट्री का बिजनेस आज मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है. अगर पोल्ट्री सेक्टर में भी हाथ आजमाया जाए तो यह भी एक बेहतरीन मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है. खासतौर पर यदि अंडे के व्यापार के लिए पोल्ट्री फार्म खोला जाए तो उससे भी काफी अच्दी कमाई की जा सकती है. देश में हर साल अंडा उत्पादन बढ़ रहा है. अंडे खाने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. हालांकि मुर्गी पालन के लिए यह जानना जरूरी है कि, कौन सी मुर्गी साल में कितना अंडा देती है और किस मुर्गी के अंडे की डिमांड सबसे ज्यादा बाजार में है. यही वह चीज है जो आपके व्यापार को ज्यादा मुनाफा देगी.

जानकारी के लिए बता दें कि देशभर में 25 करोड़ मुर्गियां अंडों की डिमांड पूरी करती हैं. देसी मुर्गियों का अंडा सबसे ज्यादा महंगा बिकता है. कुछ मुर्गियां कम अंडा देती हैं तो कुछ मुर्गियां ज्यादा अंडा देती हैं. हालांकि अंडा प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए सबसे सस्ता विकल्प है. डॉक्टर भी अंडे खाने की सलाह देते हैं.

ये नस्ल देती है साल भर अंडा: कौन सी नस्ल कितना अंडा देती है. तो बात करें लेयर बर्ड की जिसे कृषि लेयर भी कहा जाता है. साल में सबसे ज्यादा अंडे देने वाली मुर्गी में नंबर वन पर है. ये मुर्गी 1 साल में ढाई सौ से तीन सौ अंडे तक देने की क्षमता रखती है. छोटे और बड़े हर तरह के पोल्ट्री फार्म में भी इस मुर्गी को अंडों लिए पाला जाता है. रिटेल मार्केट में अगर इनके अंडों के रेट की बात की जाए तो एक अंडा 6.50 से लेकर 7.50 रुपये तक बिकता है. जबकि इन मुर्गियों के चिक्स यानी चूजे 40 से 45 रुपए तक में बिकते हैं. वहीं असील मुर्गी सबसे कम 1 साल में 60 से 70 अंडे देती है लेकिन इसके अंडे बहुत महंगे होते हैं.

ये मुर्गियां भी देती हैं खूब अंडे: लेअर बर्ड के अलावा और अंडे देने वाली जो मुर्गियों की नस्ल हैं उन्हें देसी मुर्गी भी कहते हैं. देसी मुर्गियों की 8 ऐसी नस्ल हैं जो अंडे के लिए सबसे ज्यादा मशहूर हैं. इनमें वनश्री एक साल में 180 से 190 तक अंडे देती है. इसके अलावा ग्रामप्रिया 160 से 180 अंडे देने की क्षमता रखती है. निकोबरी 160 से 180 अंडे देती है. कड़कनाथ 150 से 170, सरहिंदी 140 से 150, घागुस 100 से 115, वनराजा 100 से 110 अंडे दे देती है. वहीं असील मुर्गियों की एक ऐसी नस्ल है जो सालभर में 60 से 70 अंडे देती है. इसकी अपनी एक खास पहचान है.

Exit mobile version