नई दिल्ली. अगर आप मुर्गी पालन कर रहे हैं तो जान लें कि बारिश का मौसम मुर्गियों के लिए बेहद ही खतरनाक होता है. क्योंकि बरसात के मौसम में मुर्गियों को बहुत जल्दी बीमारियां लगती हैं और उन में मृत्यु दर भी दिखाई देती है. ऐसे में एक मुर्गी पालक के तौर पर आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि मुर्गियों को बीमारियों से कैसे बचाएं और उनमें मृत्यु दर कैसे रोकें. क्योंकि यही वह चीज है जिसकी वजह से आपको मुर्गी पालन के काम में फायदा होगा, नहीं तो नुकसान उठाना पड़ सकता है.
पकी जानकारी के लिए बता दें कि बरसात के मौसम में मुर्गियों में तेजी से संक्रमण फैलता है. जिससे उनमें मोर्टिलिटी दिखाई देती है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal and Fishery Resources) इस वजह से मुर्गी पालक को बरसात के मौसम में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, नहीं तो मुर्गियां बीमार हो जाएंगी और फिर उनकी मौत हो जाने मुर्गी पालन में नुकसान होता है.
क्या करना है, जानें यहां
बरसात के मौसम में खास तौर पर तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए. बरसात के मौसम में ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है. जिसके चलते मुर्गियों के फीड में फंगस लगने का खतरा रहता है.
इसके चलते उसमें कीड़े भी पड़ जाते हैं. यदि संक्रमित दाना मुर्गियों को खिला दिया जाए तो उनको बीमारी लग सकती है और मुर्गियों की मौत भी हो सकती है.
ऐसे में इस बात का ध्यान रखें कि दाने और चेहरे में नमी न हो. मुर्गियों को दाना देने से पहले उनका दाना धूप या हवा में सुखा लेना चाहिए. बिना सुखाए दाना मुर्गियों को नहीं देना चाहिए.
वहीं मुर्गियों को मच्छरों मक्खियों से भी बचना चाहिए. क्योंकि इनके चलते संक्रमण फैलता है. बरसात मच्छर और मक्खियों की संख्या ज्यादा हो जाती है. उनके काटने से मुर्गियां बीमार पड़ जाती है.
वहीं बरसात के समय मुर्गियों में वैक्सीनेशन करना भी बहुत ही जरूरी होता है. अगर ऐसा न किया जाए तो दिक्कतें हो सकती हैं.
एक्सपर्ट कहते हैं कि वैक्सीनेशन से मुर्गियों का बीमारियों से बचाया जा सकता है. मुर्गियों को गर्माहट ज्यादा पसंद होती है. ऐसे वाली जगह पर नहीं रखना चाहिए.