Poultry Farming: मुर्गी पालना चाहते हैं तो सरकार करेगी आपकी मदद, जल्द करें आवेदन

कम खर्च पर आप कुछ देसी मुर्गियों को पाल सकते हैं. घर का दाना देकर भी इनसे अच्छी आमदनी ली जा सकती है. देश की पांच सबसे अच्छी और मशहूर ब्रीड की जानकारी आपको दे रहे हैं. इनमें शामिल हैं, ब्लैक आस्ट्रोलॉप, रोड आइलैंड रेड, सोनाली, कड़कनाथ और एफएफजी.

प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (पशुपालन निदेशालय) बिहार सरकार की तरफ से राज्य स्कीम के तहत “समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत सब्सिडी दर पर लो- इनपुट प्रजाति के चूजों के वितरण की योजना के लिए ऑफलाइन आवेदन मांग गए हैं. वित्तीय वर्ष 2025-26 में ‘समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत कमजोर वर्ग के परिवारों को प्रति परिवार 45 चूजों की दर से कुल 8,01,900 चूजों (28 दिवसीय) के अनुदानित दर पर वितरण की योजना और चूजों को सुरक्षित रखने के लिए केज निर्माण के लिए प्रति परिवार क हजार रुपए अनुदान दिये जाने की योजना.

प्रति लाभुक (सामान्य जाति, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के सदस्य को कुल 45 चूजों का अनुदानित दर पर रूपये 10 रुपए प्रति चूजा व्यय किये जाने का प्रस्ताव है.

कब तक करना है आवेदन
कहां—कहां ये योजना चलेगी इसके बारे में अगर बताएं तो बिहार के सभी 38 जिलों को इसमें शामिल किया गया है.

विज्ञापन जारी होने के बाद के बाद 30 (तीस) दिनों के अन्दर ऑफलाईन आवेदन किया जा सकता है.

इच्छुक व्यक्ति द्वारा इस योजना के लिए जिला स्तर पर जिला पशुपालन कार्यालय में ऑफलाईन आवेदन किया जायेगा.

ऑफलाइन आवेदन के साथ सभी जरूरी कागजातों, अनुलग्नकों को भी जमा करना होगा, तभी आवेदन मान्य होगा.

जरूरी कागजात में फोटो, आधार, वोटर आईडी, पैन कार्ड, आवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति के आवेदक के लिए) देना होगा.

चयन- वित्तीय वर्ष 2025-26 की योजना एवं तत्क्रम में निर्गत किये गये कार्यान्वयन अनुदेश के आलोक में लाभुकों का चयन किया जाएगा.

बता दें कि फायदा पाने वालों का चयन “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर किया जायेगा.

वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल लक्ष्य 17820 हेतु जिलावार लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

विशेष जानकारी संबंधित जिला पशुपालन पदाधिकारी के कार्यालय से हासिल की जा सकती है.

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