नई दिल्ली. आईपीईएमए/पोल्ट्री इंडिया को नवी मुंबई के सिडको प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र में आयोजित प्रदर्शनी एक्सीलेंसी पुरस्कार 2025 (ईईए 2025) में कई प्रतिष्ठित श्रेणियों के लिए नामांकित होने पर सम्मानित किया गया. द स्टार शो एंट्री, द नॉलेज हब एंट्री, स्टार इन इंडस्ट्री प्रमोशन एंट्री, टॉप इंडस्ट्री इम्पैक्ट शो, टॉप नॉलेज हब, टॉप इंडस्ट्री कैटेलिस्ट, भारत का अग्रणी सम्मेलन शामिल थे. आईपीईएमए/पोल्ट्री इंडिया एक्सपो को नोमिनेशन भेजा गया. लीडर अवार्ड आईपीईएमए/पॉल्ट्री इंडिया के अध्यक्ष उदय सिंह ब्यास को मिला है. उन्हें टॉप इंडस्ट्री कैटेलिस्ट अवार्ड मिला.
आईपीईएमए/पॉल्ट्री इंडिया के अध्यक्ष उदय सिंह ब्यास ने कहा, कि वे देशभर के पोल्ट्री फार्मर के लिए काम कर रहे हैं. हर प्लेटफार्म के लिए आवाज उठाते हैं. उनका मकसद पोल्ट्री को इंटरनेशनल मंच पर नंबर वन पर ले जाना है. उनका प्रयास है कि लागत कम करके पोल्ट्री को मुनाफे वाला बनाया जाए.
जताई खुशी: आईपीईएमए/पॉल्ट्री इंडिया के अध्यक्ष उदय सिंह ब्यास को टॉप इंडस्ट्री कैटेलिस्ट अवार्ड मिलने के बाद आईपीईएमए में खुशी का माहौल है. अवार्ड से सम्मानित किए जाने के बाद जो भारत में पोल्ट्री क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए उनकी विजन और कमिटमेंट का प्रमाण है. IPEMA, पोल्ट्री इंडिया टीम के अथक प्रयासों, सहयोग और समर्पण से ये अवार्ड मिला है, जो उद्योग के लिए नवाचार, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के मिशन में एकजुट है. भारतीय पोल्ट्री के फ्यूचर को डिजायन देने के लिए आईपीईएमए साथ मिलकर काम कर रहा है.

पोल्ट्री एक्सपो में आते हैं हजारों लोग: पोल्ट्री इंडिया हर साल नवंबर में इंटरनेशनल स्तर पर एक पोल्ट्री एक्सपो का आयोजन करता है. इसमें देश के साथ ही विदेश की 400 से अधिक कंपनियां भाग लेती हैं. स्टॉल लगाती हैं. हजारों की संख्या में पोल्ट्री से जुड़े पोल्ट्री फार्मर, पोल्ट्री फीड वाले, पोल्ट्री फार्मा, पोल्ट्री ट्रेडर आदि देशभर से आते हैं. इस एक्सपो में ये एक्सपो तीन दिन तक चलता है, एक दिन नॉलेज डे रहता है. जिसमें पोल्ट्री से जुड़ी जानकारियां शेयर की जाती हैं. ये हैदराबाद में हर साल होता है. ये साउथ एशिया का नवंर वन शो है. इस एक्सपो में विदेशी कंपनी, विदेशी स्पीकर, डेलीगेशन सभी आते हैं.
देश में बड़े पैमाने पर पोल्ट्री का बिजनेस होता है: लंबे समय से अंडे, दूध, मांस जैसे उत्पादों ने एक अलग ही जगह बनाई है. ये उत्पाद दूध, मांस और अंडे जैसे हाई क्वालिटी वाले पशु उत्पादों का एक सोर्स है. यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि देश की बड़ी आबादी और उपभोक्ताओं की इनकम में हाल ही में वृद्धि हुई है. यह कहा जा सकता है कि भारत में पशुधन उत्पादों की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है. इस समय दूध और दूध उत्पादों का प्रमुख हिस्सा है.