नई दिल्ली. गर्मी का सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में पशुओं का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. चाहे वह बकरी हो या फिर भैंस या अन्य पशु. जानवरों को गर्मी से बचाने की जरूरत होती है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि गर्मी की वजह से पशुओं को कई तरह की दिक्कत होती है. यदि उन्हें समय से पानी न मिले तो पशु डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं. कई बार इससे पशुओं का उत्पादन तो कम हो जाता है. वहीं उन्हें कई बीमारियां घेर लेती हैं. गर्मी में बकरियों का किस तरह से ख्याल रखना चाहिए ये बात हर बकरी पालक को पता होना बेहद ही जरूरी है.
उत्तर प्रदेश के आगरा के फतेहाबाद स्थित देश की सबसे बड़े गोट फार्म युवान एग्रो फार्म के संचालक डीके सिंह से जब पूछा गया कि गर्मियों में वो किस तरह से अपने फार्म में बकरियों का ख्याल रखते हैं तो इसको लेकर उन्होंने कुछ अहम चीजें बताईं हैं, जो बकरी पालकों के लिए बेहद ही काम की बात है.
पानी की न होने दें कमी
डीके सिंह ने कहा कि गर्मी के सीजन में पशुपालकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि बकरियों को साफ सुथरा पानी पिलाएं. नॉर्मल रूम टेंपरेचर का पानी बकरियों को पिलाया जाना चाहिए. न बहुत ज्यादा ठंडा न बहुत ज्यादा गर्म, क्योंकि गर्मी में बकरियों को पानी की जरूरत ज्यादा होती है. कम पानी पीने से बकरियां हाइड्रेट हो सकती हैं. इसलिए बेहद जरूरी है कि बकरियों को हाइड्रेट नहीं होना होने दिया जाए. इससे उन्हें आफरा की बीमारी भी हो सकती है. इसके अलावा कई और बीमारियां भी घेर सकती हैं.
इन बातों पर जरूर ध्यान ने पशुपालक
डीके सिंह ने कहा कि गर्मी के दिनों में बकरियों को निमोनिया की शिकायत भी हो जाती है. इन सब चीजों से बचने के लिए बकरियों को भरपूर मात्रा में पानी पिलाया जाना चाहिए. पानी का टीडीएस 150 से कम होना चाहिए. जहां पर 150 टीडीएस से ज्यादा का पानी है तो फिल्टर लगाकर बकरियों को पानी देना चाहिए. खानपान की बात की जाए तो गर्मी के दिनों में बकरियों को बाजरा नहीं देना चाहिए. कोशिश करें जो भी अनाज खिला रहे हैं, उसमें गर्म अनाज न हो. ठंड में आमतौर पर बकरियों को गुड़ पिलाया जाता है लेकिन गर्मी में गुड़ की मात्रा कम कर देना चाहिए. वहीं गर्मी के मौसम में पशु चिकित्सक से एक बार चेकअप जरूर करना चाहिए. गर्मी के दिनों में दो वक्त के बीच में खाना देने के समय में गैप करना चाहिए. ताकि बकरी आसानी से खाना पचा सके.