Animal Husbandry: इन टिप्स से पशु चारागाह में तनाव करें कम

अगर आप चारा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो उसे कुछ चरणों में शुरू कर सकते हैं.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. दूध और डेयरी की बढ़ती मांग को देखते हुए शहर हो या देहात सभी जगहों पर पशुपालन किया जा रहा है. देश में दूध की मांग को पूरा करने के लिए गाय पालन और भैंस पालन किया जाता है. वहीं कुछ जगहों पर दूध के साथ ही मीट की मांग के लिए बकरी, भेड़ पालन किया जाता है. आज हम की अलग ही पहचान है, या फिर ये कहें कि पुराने समय से ही गाय पालन किया जा रहा है. गर्मी के मौसम में पशुओं के चारा की समस्या हो जाती है. आज इस आर्टिकल के जरिए पशु चारागाह में तनाव की कमी को कैसे दूर किया जाए जानते हैं.

पशु कल्याण में सुधार और मवेशी चारागाह में तनाव में कमी नैतिक कारणों से और उत्पादकता, मांस की गुणवत्ता और समग्र झुंड के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है. यहां प्रमुख रणनीतियों और प्रथाओं का अवलोकन दिया गया है.

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