नई दिल्ली. बिहार सरकार लगातार दूध उत्पादन के क्षेत्र में अच्छा काम कर रही है और दूध व दूध से बनने वाले प्रोडक्ट को बढ़ावा देने का काम भी सरकार की तरफ से किया जा रहा है. ऐसे भी पूरे देश में पशुपालन और डेयरी के बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए सरकारें काम कर रही हैं, ताकि किसानों की इनकम दोगुनी हो सके. वहीं हाल ही में बिहार सरकार की ओर से घोषणा की गई है कि राज्य के मुजफ्फरपुर में रोजाना 20 मीट्रिक टन क्षमता वाले दही प्लांट को लगाया जाएगा. जहां दही का उत्पादन होगा और यहां मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में दही बेची जाएगी. वहीं इस प्लांट के लगने से रोजगार के भी नए अवसर खुलेंगे.
राज्य सरकार की तरफ से बताया गया है कि मुजफ्फरपुर में 20 मीट्रिक टन दैनिक क्षमता का दही प्लांट लगाया जाएगा. राज्य योजना के तहत तकरीबन 12 करोड़ रुपए खर्च करके इस प्लांट को लगाया जाएगा. जहां दही का उत्पादन होगा और इससे दही की बिक्री भी बढ़ेगी.
क्या-क्या फायदा होगा
आपको बता दें कि 20 मीट्रिक टन दही उत्पादन वाले प्लांट में तकरीबन 50 से 100 लोगों को रोजगार मिल सकता है. जिसमें लोग स्टोरेज, प्रोसेसिंग मार्केटिंग और प्रबंधन का काम कर पाएंगे.
वहीं दही को आसपास के वह बड़े शहरों में बेचा जा सकता है. इसे पैक करके काफी दूर तक के जिलों में इसकी बिक्री की जा सकती है.
एक्सपर्ट का कहना है कि दूध की तुलना में दही का बिजनेस ज्यादा फायदेमंद है. क्योंकि दही की बाजार कीमत ज्यादा होती है.
वहीं दही से मक्खन, लस्सी और अन्य वैल्यू एडेड उत्पाद बनाए जा सकते हैं. जिससे मुनाफा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. इसलिए भी दही का बिजनेस अच्छा है.
दूध को सीधे बेचने की तुलना में अगर उसे प्रोसेस करके दही या अन्य प्रोडक्ट बनाया जाए तो ज्यादा मुनाफा मिलता है.
दूध के मुकाबले दही को स्टोर करना भी आसान होता है. दूध को जहां कुछ घंटे में ही बेचना होता है तो वहीं दही को लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है.
निष्कर्ष
दही का बिजनेस बेहतरीन है. वहीं मुजफ्फरपुर में दही का प्लांट लगने से लोगों का रोजगार भी मिलेगा और अच्छी क्वालिटी की दही भी मिलेगी.