Cow: गाय के गोबर से मीथेन तैयार करेगी यूपी सरकार, पढ़ें इसके फायदे

इस तरह तैयार होगी मीथेन.

नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन और गऊ माता की कृपा से अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था नई रफ्तार पकड़ने जा रही है. प्रदेश में पहली बार गाय के गोबर से इतने बड़े पैमाने पर मीथेन तैयार की जाएगी, जो वाहनों को लंबी दूरी तक चलाने के साथ-साथ ग्रामीण रोजगार और हरित अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगी. विशेषज्ञों का कहना है कि एक गाय के गोबर से सालाना 225 लीटर पेट्रोल के बराबर मीथेन गैस तैयार होगी. इसे शुद्ध कर सीबीजी में बदला जाएगा, जिससे एक कार 5500 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय कर सकेगी.

उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग (Uttar Pradesh Cow Service Commission) के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में निराश्रित गोवंश से रोजाना औसतन 54 लाख किलोग्राम गोबर प्राप्त होता है.

कहां प्रोसेस होगा गोबर
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि इस गोबर को सीबीजी प्लांटों में प्रोसेस किया जा सकेगा.

जिसका इस्तेमाल मीथेन बनाने से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में घरों में खाना पकाने, लघु उद्योगों में हीटिंग ईंधन और प्राकृतिक खेती में जैविक घोल के रूप में किया जाएगा.

इससे लाखों रुपये तक की सालाना कमाई संभव होगी. जिससे किसानों की इनकम बढ़ेगी और प्रदेश में गाय पालन को बढ़ावा मिलेगा.

सरकार का ये भी मानना है कि इस काम को करने से राज्य में बेसहारा घूम रहे गोवंशों पर भी लगाम लेगी और इससे होने वाली परेशानियां रुकेंगी.

गो सेवा आयोग के ओएसडी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि यह ‘मीथेन फार्मिंग’ आने वाले समय में जीवाश्म ईंधनों का विकल्प बन सकती है.

डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि एक गोवंश के गोबर से तैयार मीथेन प्राकृतिक गैस का ही एक रूप है, जो पर्यावरण अनुकूल और किफायती भी है.

निष्कर्ष
यह योजना ‘कचरे से कंचन’ की अवधारणा को बढ़ावा दे रही है, जो परिवहन और हरित अर्थव्यवस्था के लिए प्रभावी ईंधन उपलब्ध कराएगी.

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