नई दिल्ली. अक्सर किसान इस सवाल को करते हैं कि अगर कोई भी किसान भाई डेयरी फार्म खोलना चाहे तो उसके लिए सरकार की तरफ से कौन सी योजना चलाई जा रही है? अगर आप हरियाणा के निवासी हैं तो आपको सरकार डेयरी फार्म खोलने के लिए मदद करती है. ऐसे में आप हरियाणा सरकार की मदद को लेकर डेयरी फार्मिंग का काम शुरू कर सकते हैं और अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. आपको बता दें कि दूध की डिमांड बढ़ रही है और लोग अच्छी क्वालिटी का दूध खरीदना चाहते हैं. जिसको लेकर अच्छी खासी कीमत देने को तैयार रहते हैं. ऐसे में आप डेयरी फार्मिंग के काम से अच्छी कमाई कर सकते हैं.
बात की जाए योजना की तो इसके लिए सरकार ने अनुसूचित जाति के किसानों के लिए योजना शुरू की है. अगर अनुसूचित जाति के लोग दो से तीन पशुओं से डेयरी फार्मिंग शुरू करना चाहते हैं. इसके लिए पशुओं पर जितना खर्च आएगा, सरकार 50 फीसदी तक उस पर सब्सिडी देगी. मान लीजिए कि आप दो लाख रुपए लगाकर डेयरी फार्म का काम शुरू कर रहे हैं तो सरकार आपको एक लाख रुपए की सब्सिडी देगी और बाकी एक लाख रुपए खुद लगाना होगा.
ब्याज खुद देगी सरकार
कोई पशु पालक अगर अनुसूचित जाति में नहीं आता है तो उसे सामान्य वर्ग में काउंट किया जाता है. उसके लिए 4 से 10 भैंसों पर 25 फीसदी का अनुदान सरकार की ओर से दिया जाता है और अगर बड़े पैमाने पर डेयरी फार्मिंग का काम शुरू करना है तो 20 और 50 भैंस पर जितना ब्याज बैंक में जमा होगा, उसका 5 साल तक वापस मिलता रहेगा. यानि आपने जितना लोन लिया है उसका जो भी ब्याज बनेगा सरकार उसे देगी. आपको सिर्फ ली गई राशि जमा करनी होगी.
महिलाओं के लिए है ये स्कीम
वहीं एक दुधारू पशु योजना भी सरकार की ओर से शुरू की गई है. यह महिलाओं के लिए शुरू की गई. इसमें विधवा भी महिला भी शामिल हैं. आप इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इसमें किसी महिला किसी वर्ग की भी हो सकती है, चाहे वो एससी—एसटी की हो चाहे वह बीपीएल हो या सामान्य वर्ग की हो. इस योजना के तहत एक लाख रुपए तक का लोन लिया जा सकता है और इसे 3 साल में जमा किया जा सकता है. इस दौरान जो भी ब्याज उस महिला को जमा करना होगा उसे ब्याज को सरकार बैंक में वापस कर देगी. इस तरह से एक लाख रुपए का लोन बिना ब्याज के लिया जा सकता है.