नई दिल्ली. ‘अमूल’ ब्रांड का संचालन करने वाली सहकारी संस्था ‘गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ’ (जीसीएमएमएफ) का निया अध्यक्ष चुन लिया गया है. इस बार सहकारी नेता अशोक चौधरी मंगलवार को निर्विरोध चेयरमैन चुना गया है. इस बात की घोषणा आणंद के डीएम और चुनाव अधिकारी प्रवीण चौधरी ने की. उन्होंने बताया कि चुनाव में गोरधन धमेलिया को जीसीएमएमएफ का निर्विरोध वाइस चेयरमैन भी चुना गया है. गौरतलब है कि ये यह महासंघ गुजरात और देश के कई अन्य राज्यों में दूध और डेयरी प्रोडक्ट की बिक्री करता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अशोक चौधरी और गोरधन धमेलिया इस वजह से निर्विरोध चुने गए हैं, क्योंकि इन पदों के किसी अन्य ने नामांकन नहीं किया था. अशोक चौधरी इसके अलावा मेहसाणा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ (दूधसागर डेयरी) के प्रमुख हैं जबकि धमेलिया राजकोट जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड (गोपाल डेयरी) के चेयरमैन हैं.
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अशोक चौधरी सबसे बड़े दूध उत्पादक संघ GCMMF (अमूल) के नए चेयरमैन बने हैं. फिलहाल वो दूध सागर डेयरी के चेयरमैन भी हैं.
वहीं वाईस चैयरमेन बनने वाले गोरधन धामेलिया राजकोट डेयरी के चेयरमैन हैं.
गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) कारोबार 80,000 करोड़ रुपये से अधिक है.
9 जुलाई 1973 को डॉ. कुरियन ने राज्य के 18 दुग्ध उत्पादक संघों को एक छत के नीचे लाकर गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) की स्थापना की थी.
डॉ. कुरियन तीन दशक तक इसके अध्यक्ष पद पर रहने के बाद इसमें 2012 से महासंघ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति राजनीतिक तरीके से होती रही है.
वर्तमान अध्यक्ष शामलभाई पटेल को लगातार दो बार GCMMF का चेयरमैन और वालमजी हुबल को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था.