Milk Production: एनडीडीबी अब भोपाल समेत दूध संघों के साथ इस नई प्लानिंग पर करेगा काम

हरित प्रदेश मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन सदस्यों को बोनस का तोहफा दिया जा रहा है.

प्रतीकात्मक फोटो. livestock animal news

नई दिल्ली. भोपाल दुग्ध संघ, जो सांची ब्रांड के तहत डेयरी उत्पादों की बिक्री करता है, अपनी पैकेजिंग, ब्रांड संचार और बिक्री रणनीतियों में सुधार करने की योजना बना रहा है. इसका उद्देश्य सांची ब्रांड को और अधिक आकर्षक और प्रासंगिक बनाना है, ताकि उपभोक्ताओं को आकर्षित किया जा सके और उनके साथ मजबूत संबंध स्थापित किया जा सकें. इनोवेशन की यह पहल भोपाल ही नहीं इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर उज्जैन सहित सभी सांची दुग्ध संघ में होगी. यह जानकारी एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को एक ​मुलाकात के दौरान दी.

डॉ. शाह ने बताया कि एनडीडीबी द्वारा एमपीसीडीएफ सांची डेयरी के प्रबंधन संभालने के बाद कई सुधारात्मक कदम उठाए. जिसका सकारात्मक परिणामों भी देखा जा रहा है.

क्या-क्या काम हुए, शाह ने गिनाया
उन्होंने बताया कि समयबद्ध भुगतान व्यवस्था, लंबित देयों का निपटारा और वित्तीय अनुशासन से दुग्ध उत्पादकों का विश्वास पुनः बहाल हुआ है.

इसके नतीजे में दूध संघों में मिल्क कलेकशन बढ़ा है और वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है.

उन्होंने आगे बताया कि डेयरी वैल्यू चेन के डिजिटलीकरण के लिए ईआरपी प्रणाली और मोबाइल ऐप जैसे आधुनिक प्रयास शुरू किए गए हैं.

जिनसे उत्पादकों को दूध की मात्रा, गुणवत्ता और मूल्य की पारदर्शी जानकारी तुरंत मिल रही है.

उन्होंने बताया कि उपभोक्ता की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सांची ब्रांड को पुनर्जीवित करने के लिए नई पैकेजिंग, ब्रांड संचार और विपणन रणनीतियों पर काम किया जा रहा है.

साथ ही सामाजिक अभियानों व उपभोक्ता संवाद पहलों से ब्रांड जुड़ाव को भी बढ़ावा दिया गया है. जिसका फायदा सभी को मिला है.

डॉ. शाह ने भविष्य की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि आने वाले वर्षों में एनडीडीबी प्रदेश के गांवों तक दुग्ध सहकारी विस्तार, आधुनिक संयंत्रों की स्थापना और पशुधन सुधार के प्रयासों को गति देगा.

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