नई दिल्ली. खेती-किसानी करने वाले किसान भी तकनीकी का इस्तेमाल करके उत्पादन आदि को बढ़ा रहे हैं और इससे उन्हें फायदा हो रहा है. जिस वजह से खेती किसानी में बड़े पैमाने पर विज्ञान और तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे किसानों की आय भी बढ़ रही है. कुछ दशक पहले जिस कृषि कार्य को करने के लिए पूरा-पूरा दिन लग जाता था, अब उसे कुछ घंटे में ही किया जा सकता है. यही वजह है कि सरकार भी कृषि में तकनीक के इस्तेमाल को लेकर किसानों को जागरूक करती है और जरूरत पड़ने पर मदद भी करती है. यही वजह है कि किसानों को नई-नहीं तकनीक से अवगत भी कराया जाता है. इसी के तहत हरियाणा सरकार किसानों को मुफ्त ड्रोन प्रशिक्षण भी देती है.
आवेदन के लिए ये योग्यता
तकनीकी इनोवेशन के बारे में किसानों को जागरूकता पैदा करने के कोशिश की जा रही है. ताकि कम लागत, बेहतर फसल उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा सके. इसके तहत मुफ्त ड्रोन प्रशिक्षण दिया जा रहा है. राज्य के सभी जिलों में प्रशिक्षण का पहला चरण पूरा कर लिया गया है. वहीं किसान कल्याण विभाग, कृषि पायलटों के प्रशिक्षण के लिए बची हुई सीटों के लिए किसानों और बेरोजगारों से और युवाओं से ऑनलाइन आवेदन मांग रहा है. प्रशिक्षण योजना के संबंध में जानकारी देते हुए डीसी राहुल हुड्डा का कहना है कि प्रशिक्षण के लिए आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए. तथा कम से कम दसवीं पास होना जरूरी है.
यहां करें आवेदन
आवेदक को एफपीओ या सीएचसी सदस्य होना जरूरी है. उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के तहत प्रशिक्षण के लिए 8 जिले के किसानों को चुना जाएगा. यदि आवेदकों की संख्या अधिक है तो लाभार्थियों का चयन उनकी अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कार्यकारी समिति के माध्यम से निर्धारित चयन प्रक्रिया के माध्यम से होगा. आवेदन के लिए इच्छुक किसान एवं रोजगार, युवा 19 फरवरी तक विभाग की वेबसाइट www.agriharyana.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. आधिक जानकारी के लिए विभाग के टोल फ्री नंबर 18001802117 या जिले के उप कृषि निदेशक, सहायक कृषि अभियंता कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं.