नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में विकास की रफ्तार किसी भी हाल में थमेगी नहीं. सरकार के पास विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है. यही वजह है कि राज्य को मिल्क कैपिटल बनाने के लिए इस सेक्टर में खूब पैसा खर्च किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि दूध उत्पादन में अभी मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है. हम दूध उत्पादन में राज्य को देश में पहले स्थान पर लाने के लिए लागातार काम कर रहे हैं. यही वजह है कि डॉ. आंबेडकर कामधेनु योजना के तहत पशुपालकों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है. इसके तहत 25 से अधिक गाय पालने वाले गोपालकों को 10 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा.
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार पशुपालकों को मजबूत करने जा रही है. क्योंकि इसके बिना राज्य दूध उत्पादन में पहले स्थान पर नहीं आ पाएगा. हम गाय पालकों को 10 लाख रुपए का अनुदान इसलिए दे रहे हैं कि वो मजबूत बनें और फिर राज्य में दूध उत्पादन बढ़े. गोपालन से न सिर्फ दूध का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि गायों की सेवा भी करने का मौका मिल रहा है.
सीएम ने क्या कहा
जिस तरह से पशुपालन को बढ़ावा देकर राज्य में दूध उत्पादन बढ़ाने के सरकार कोशिश कर रही है, उसी तरह से अन्य विकास कार्य भी हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचा रहे हैं.
हर घर बल से जल योजना के तहत घर घर जल पहुंचाया जा रहा है. ताकि लोगों को पानी की किल्लत न हो.
प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को पक्का मकान, उजवाना योजना के तहत गैस सिलेण्डर तथा निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध हो रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी के बेतृत्व में प्रदेश सरकार हर वर्ग को साथ लेकर कार्य कर रही है. लाडली बहनों को प्रतिमाह राशि दी जा रही है.
उन्होंने ये भी ऐलान किया कि दशहरे पर शस्त्रपूजन पूरे प्रदेश के शस्त्रागारों में किया जाएगा. इसी तरह दीपावली में गोवर्धन पूजा भी की जाएगी.