नई दिल्ली. मध्य प्रदेश की सरकार (MP Government) राज्य में दूध उत्पादन (Milk Production) को बढ़ावा देना चाहती है और राज्य को मिल्क कैपिटल बनाने की दिशा में काम कर रही है. इसी कड़ी में सरकार की ओर से दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान की शुरुआत करने का ऐलान किया गया है. इसके तहत सरकार कई अहम काम करने जा रही है. जिससे न सिर्फ राज्य में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को भी सुधारने में मदद होगी. सरकार की तरफ से दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान को शुरू करने की तारीख का ऐलान भी कर दिया गया है.
सरकार का दावा है कि इस दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान के तहत उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. वहीं किसानों की इनकम को दोगुनी करने का भी सपना साकार होगा. जिससे किसानों को सीधे तौर पर फायदा होगा.
क्या-क्या काम होंगे
दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर से मध्य प्रदेश राज्य में होने जा रही है. सरकार ने कहा कि 9 अक्टूबर तक प्रदेश में ये अहम अभियान चलाया जाएगा.
इस अभियान के तहत पशुपालकों को नस्ल सुधार करने में मदद मिलेगी. वहीं उच्च गुणवत्ता वाले पशुओं की संख्या बढ़ेगी.
इस अभियान के तहत पशुपालकों को पोषण टीकाकरण और पशुओं के स्वास्थ्य के बारे में जरूरी और अहम जानकारी दी जाएगी.
सरकार का कहना है इस अभियान से न सिर्फ दूध उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा.
जिला प्रशासन की टीम गांव-गांव जाकर सीधे तौर पर पशुपालकों से मिलेगी और संवाद करेगी.
इस संवाद के दौरान नई योजनाओं की किसानों को जानकारी दी जाएगी. कृत्रिम गर्भाधान और सेक्स स्टार्टड सीमेन जैसी उन्नत तकनीक के बारे में जानकारी दी जाएगी.
इससे नस्ल सुधार के अभियान को सफल बनाने में आसानी होगी और राज्य में दूध उत्पादन भी बढ़ेगा. जिसका फायदा किसानों को भी होगा और सरकार को भी.
सरकार की ओर से अपील की गई है कि इस दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान से ज्यादा से ज्यादा पशुपालक भाई जुड़ें ताकि राज्य समृद्धि की ओर बढ़े.
निष्कर्ष
सरकार की ओर से चलाए जा रहे तमाम अभियान दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए है. ताकि राज्य को मिल्क कैपिटल बनाया जा सके.