Poultry Farming: मुर्गियों को हैल्दी करने और ज्यादा अंडे लेने का क्या है तरीका, यहां पढ़ें पोल्ट्री फॉर्मर्स

DAHD has formulated the Poultry Disease Action Plan

प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. अंडा उत्पादन के लिए पाली जाने वाली मुर्गियों से ज्यादा से ज्यादा अंडा लेने की कोशिश पोल्ट्री फार्मर्स करते हैं. क्योंकि जब मुर्गियां ज्यादा अंडा देती हैं तो पोल्ट्री फार्मर्स को ज्यादा फायदा मिलता है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि मुर्गियां अंडों का उत्पादन कम कर देती हैं. ऐसे पोल्ट्री फार्मर्स को नुकसान होने लग जाता है. इसके चलते पोल्ट्री फार्मर्स कोशिश करते हैं कि मुर्गियां ज्यादा अंडों का उत्पादन करें लेकिन कई उपाय को करने के बाद भी अंडों का उत्पादन ज्यादा नहीं मिलता है. ऐसे में पोल्ट्री फार्मर्स परेशान रहते हैं.

पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसे में कुछ दवाएं हैं, जिनको देने से मुर्गियां ज्यादा अंडों का उत्पादन करने लग जाती हैं. इसके साथ-साथ उनकी सेहत भी बेहतर हो जाती है. दरअसल मुर्गियों में कुछ कमियों की वजह से अंडों का उत्पादन प्रभावित होता है, जिसकी पूर्ति इन दवाओं के इस्तेमाल से पोल्ट्री फॉर्मर्स करते हैं.

दवाओं के बारे में जानें, यहां
पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि मुर्गियों को अगर एस्ट्रोवेट, विमेरल और लाक्जाइन पाउडर दिया जाए तो इससे वो मजबूत भी हो जाती हैं और साथ-साथ अंडों का उत्पादन भी करती हैं. हालांकि ये कैसे देना है यह जानना भी बेहद जरूरी है. तभी इन दावों को देने का फायदा होगा. नहीं तो पैसा बर्बाद चला जाएगा. तो आईए जानते हैं कि इसको कैसे दिया जाए और इसके और क्या फायदे हैं.

कितनी दवा लेनी है, पढ़ें यहां
आपको इन तीनों दवाओं का इस्तेमाल करना है. मान लीजिए एस्ट्रोवेट और विमेरल दो दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो विमेरल 500 एमएल और एस्ट्रोवेट 30 एमएल की बोतल ले आएं. इसके बाद इन दोनों दावाओं को आपस में मिक्स कर लेना है. मान लीजिए कि आपके पास मुर्गियों की संख्या ज्यादा है तब आप एस्ट्रोवेट की बड़ी बोतल यानि 1000 एमएल और विमेरल की 30 एमएल ले लीजिए. जब इन चीज को मिक्स कर देंगे तो एक दूसरी दवा मिक्सचर तैयार होगा. उसका 15 एमएल एक लीटर पानी में इस्तेमाल करना है.

इस तरीके से पिलाएं दवाएं
अगर आप किसी मुर्गी को एक लीटर पानी दिनभर में पिलाते हैं तो उसे 15 एमएल इन दोनों दवा को देना चाहिए. इस दवा को लगातार तीन दिन इस्तेमाल करना है. उसके बाद 10 दिन तक का गैप देना है. इसके बाद लाक्जाइन पाउडर का इस्तेमाल करना है लेकिन ये पाउडर आधा ग्राम एक लीटर पानी में मिलाना है. तीन दिन तक मुर्गियों को देना है और फिर 10 दिनों तक कोई दवा नहीं देना है. इसी तरीके से इन तीनों दावाओं को 10 दिन के गैप पर तीन-तीन दिन तक देना है.

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