नई दिल्ली. अगर आप पोल्ट्री फार्मर हैं तो आपको यह मालूम होना चाहिए कि मुर्गियों में फाउल पॉक्स बीमारी बहुत ज्यादा परेशान करती है. इस बीमारी में मृत्यु दर ज्यादा दिखाई देती है. जिसका सीधा सा मतलब है कि पोल्ट्री फार्मिंग में नुकसान होने लगता है. आपको यह भी पता होना चाहिए कि फाउल पॉक्स मुर्गियों को कैसे होती है, इसका क्या कारण है. वहीं अगर फाउल पॉक्स मुर्गियों को बीमार कर दे तो इसका इलाज कैसे किया जा सकता है. अगर इन चीजों की आपको जानकारी होगी तो आप मुर्गी पालन में खुद को होने वाले बड़े नुकसान से बच पाएंगे.
आज के इस आर्टिकल में हम फाउल पॉक्स के बारे में ही बात करने जा रहे हैं. इस हम आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मुर्गियों में फाउल पॉक्स बीमारी होने का क्या कारण है. अगर कारण का पता चल जाएगा तो फिर इससे आप मुर्गियों को इस खतरनाक बीमारी से बचा पाएंगे. यहां आगे आप जिन भी कारणों पढ़ेंगे उनके फार्म में जरूर तलाशें. अगर इसमें से कोई भी चीज नजर आ रही है तो उसका तुरंत हल निकालना चाहिए. तभी मुर्गियों को फाउल फॉक्स बीमारी से बचाया जा सकता है.
पांच कारणों के बारे यहां जानें
- पोल्ट्री फार्मर यह जान लें कि फाउल पॉक्स बीमारी मुर्गियों को अपनी चपेट में तब लेती है जब फार्म के अंदर चूहों की संख्या ज्यादा होती है. क्योंकि जिस फार्म में ज्यादा चूहे होते हैं वहां मुर्गियों को फाउल फॉक्स बीमारी होने का खतरा ज्यादा रहता है. ये इसका पहला कारण है.
- वहीं इसके दूसरे कारण पर गौर किया जाए तो जब मुर्गियों का बिस्तर गंदा होता है तब भी फाउल पॉक्स बीमारी होने का खतरा रहता है. क्योंकि तब अमोनिया गैस का उत्पन्न होती है और इसकी वजह से मुर्गियों में बीमारी हो जाती है.
- तीसरे कारण पर गौर करें तो मुर्गियों को गंदा पानी और दूषित फीड देने से भी ये बीमारी होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. इतना ही नहीं अगर आप गंदे बर्तन में भी पानी या फीड मुर्गियों को देते हैं तो उससे भी इससे फाउल फॉक्स की समस्या हो सकती है.
- वहीं अगर मुर्गियों के फॉर्म में नमी ज्यादा होती है तब भी मुर्गियों को फाउल पॉक्स की बीमारी हो जाती है. इसलिए नमी नहीं होने देना चाहिए.
- पांचवे कारण की बात की जाए तो मुर्गी फार्म में अगर धूल ज्यादा होगी तो भी यह मुर्गियों के लिए नुकसानदेह है और ज्यादा धूल होने का मतलब यह है कि मुर्गियों में बीमारी हो जाएगी.