Fish Farming: उत्तराखंड सरकार के इन कदमों से फिशरीज सेक्टर को मिला बड़ा फायदा, पढ़ें यहां डिटेल

जब पूरी जानकारी होगी तो नुकसान का चांसेज कम होगा और इससे मुनाफा ज्यादा होगा. इसलिए अगर आप मछली पालन करना चाहते हैं तो जरूरी है कि मछली को खाना खिलाया जाता है उसकी जानकारी तो कम से कम कर लें.

प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. केंद्र से लेकर तमाम राज्यों की सरकारें किसानों की इनकम को डबल करना चाहती हैं. इसी लक्ष्य के साथ आगे काम किया जा रहा है. इसकी कड़ी उत्तराखंड की संख्या भी काम कर रही है. उत्तराखंड मत्स्यपालन विभाग ने पिछले कुछ समय में इस सेक्टर में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. जिससे राज्य के किसानों को फायदा मिला है. वहीं राज्य उन्नति की ओर बढ़ा है. फिशरीज सेक्टर में संभावनाएं बहुत हैं, इन्हीं संभावनाओं की खोज करने के बाद मत्स्यपालन विभाग ने कई बेहतरीन काम किए हैं.

सरकार ने किया क्या काम
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के नेतृत्व में मत्स्यपालन विभाग नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा रहा है.

जिसका फायदा किसानों को सीधे तौर पर मिल रहा है. वहीं राज्य मछली पालन में लगातार बेहतरीन काम कर रहा है.

सरकार की तरफ से हिमालयी एवं उत्तरपूर्वी राज्यों की श्रेणी में 2024-25 में उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ मत्स्य राज्य का सम्मान मिला है.

उत्तराखंड राज्य में साल 2025 में 411 किलो से अधिक ट्राउट एवं 749 किलो से अधिक अन्य प्रजातियों की मछलियों की हुई रिकॉर्ड बिक्री की गई.

उत्तराखंड में मछली पालन बढ़ने पर सरकार ने बजट में इजाफा किया है. अब 264 करोड़ रूपए के बजट से उत्तराखंड के मत्स्य ग्रामों का विकास हुआ है.

आपको बता दें कि ITBP के साथ हुए MOU से मलय किसानों को रोजगार रोजगार मिल रहा है. वहीं देश की सेवा करने वाले जवानों को भी स्वस्थ रहने में मदद मिल रही है.

उत्तराखंड की भाजपा सरकार मत्स्य उत्पादन में 11 फीसद की वृद्धि एवं युवाओं को स्थाई टोजगार से जोड़ने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है.

हर मछली पालक के फायदे के लिए सरकार की तरफ से योजनाएं शुरू की गई हैं.

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