Milk Fat: दूध में मौजूद फैट कोलेस्ट्रॉल के खतरे को करता है कम, इस बीमारी में भी है फायदेमंद

नई दिल्ली. हमेशा ही बड़े-बुजुर्ग दूध पीने को तरजीह देते रहे हैं. आज भी बहुत से घरों में लोग दूध का सेवन करते हैं. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) का कहना है कि दूध पीने के कई फायदे हैं. अगर कोई दूध पीता है तो इससे उसकी हड्डियां मजबूत होती हैं. वहीं दूध का सेवन करने वालों के दांत मजबूत रहते हैं. उनका पाचन सही रहता है और वजन बनाए रखने में भी दूध मददगार है. इतना ही नहीं अच्छी नींद लेने में भी दूध मदद करता है वहीं मांसपेशियों की मरम्मत के लिए भी ये एक बेहतरीन पेय पदार्थ है.

दूध के अंदर प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए और डी जैसे कई पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जिससे ये हर तरह से फायदेमंद है. जहां दूध फायदेमंद है तो वहीं नई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि दूध के अंदर मौजूद फैट भी बेहद ही फायदेमंद है. इस नई रिसर्च का खुलासा खुद एनडीडीबी की ओर से किया गया है. एनडीडीबी की तरफ से फेसबुक पेज पर इसके फायदे के बारे में अहम जानकारी शेयर की गई है. जिसे लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) आपके लिए लाया है.

एनडीडीबी ने गिनाए फायदे
एनडीडीबी के मुताबिक हालिया रिसर्च ने दूध के फैट से कोरोनरी हार्ट डिजीज (CHD) के साथ संबंध को गलत साबित कर दिया है.

वहीं दूध में मौजूद फैट की अनूठी वसा अम्ल प्रोफाइल में कम से कम 40 विभिन्न वसा अम्ल शामिल होते हैं. जिनके कई स्वास्थ्य लाभ हैं.

इसमें एंटीकार्सिनोजेनिक संयोजित लिनोलिक एसिड (CLA) और छोटे श्रृंखला वाले वसा अम्ल भी शामिल हैं. यह कई मिश्रण विशेष लाभ प्रदान करता है जो अधिकांश पौधों के तेलों में सीमित वसा अम्लों से उपलब्ध नहीं हैं.

रिसर्च से पता चला है कि सम्पूर्ण दूध का सेवन टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को 44 फीसद तक कम कर देता है, दूध से निकाले गए वसा अम्लों के लिए रक्त शर्करा संतुलन में सुधार करते हैं.

दूध का फैट एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, जो एलडीएल (बुरा कोलेस्ट्रॉल) के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभावों को समाप्त करता है.

निष्कर्ष
अपनी डाइट में दूध का वसा शामिल करें क्योंकि यह एक प्राकृतिक रूप से पोषक तत्वों से भरपूर, हृदय-फ्रेंडली विकल्प है.

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