नई दिल्ली. बहुत से लोग मुर्गी पालन करना चाहते हैं लेकिन उन्हें यह समझ नहीं आता कि उन्हें कौन सी नस्ल की मुर्गी पालना चाहिए. हालांकि हमें ऐसी मुर्गियों को पालना चाहिए जो कम खर्चे में ज्यादा उत्पादन दे. ताकि मुर्गी पालन के काम में फायदा ज्यादा मिल सके. आप अगर अंडों के लिए लेयर मुर्गियों को पालना चाहते हैं तो सोनाली नस्ल की मुर्गी को पाल सकते हैं. इसके अलावा कावेरी नस्ल की मुर्गी भी बेहतर ऑप्शन है. जबकि कड़कनाथ मुर्गी को भी पाला जा सकता है. जिससे पोल्ट्री फार्मिंग के काम में आपको मुनाफा होगा.
राजस्थान के पशुपालन विभाग (Department of Animal Husbandry of Rajasthan) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मुर्गी पालकों ये मालूम कर लेना चाहिए कि कौन सी मुर्गी कितना उत्पादन करती है. उसी के हिसाब से उनकी नस्ल का चयन करना चाहिए. तीन मुर्गियों में से हम यहां आपको सोनाली मुर्गी के बारे में जानकारी देंगे. जिसको पालने से ज्यादा फायदा होगा.
सोनाली मुर्गी की क्या है खासियत
अगर आप सोनाली नस्ल की मुर्गियों को पलते हैं तो इससे आपको अच्छा खासा फायदा मिलेगा. यह मुर्गी देसी मुर्गियों की तरह ही होती है.
जबकि यह मुर्गी देसी मुर्गी की तुलना में ज्यादा अंडों का उत्पादन करने के लिए जानी जाती है. जबकि इसका वजन भी ज्यादा होता है.
बता दें कि सोनाली मुर्गी सासल में 180 से 200 अंडे देती है. जबकि इसका अंडा काफी टेस्टी होता है.
सोनाली मुर्गी में लोग प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत ज्यादा होती है. अगर आप अन्य मुर्गियों से इसकी तुलना करेंगे तो ये बीमारियों से लड़ने में ज्यादा सक्षम होती है.
सोनाली मुर्गी अंडे और मांस दोनों के लिए पाली जा सकती है. सोनाली मुर्गी मार्केट में प्रति किलो 180 से 220 रुपए तक आसानी से बिक जाती है.
अगर आप सोनाली मुर्गी 2 किलो करके बेचते हैं तो एक मुर्गी से 300 से 450 रुपए कमा सकते हैं. हालांकि इसका दाम इलाके के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है.
निष्कर्ष
गौरतलब है कि सोनाली मुर्गी को अंडे और मीट दोनों के लिए पाला जा सकता है और इससे कमाई भी की जा सकती है. इसलिए पोल्ट्री फार्मिंग के काम में सोनाली मुर्गी को पालना बेहतर विकल्प हो सकता है.