नई दिल्ली. एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शी शाह ने सहज दुग्ध उत्पादक संस्थान (MPO) के प्रमुख कार्यकारियों के साथ बैठक कर संचालन, दूध संग्रहण, टेस्ट और प्रोसेसिंग संबंधी गतिविधियों की व्यापक समीक्षा की. साथ ही, किसानों को ऊर्जा और पोषण के दोहरा फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से घरेलू बायोगैस प्लांटों की स्थापना का भी सुझाव दिया. डॉ. शाह ने उत्तर प्रदेश में MPOs के गठन के माध्यम से दूध क्षेत्र को संगठित करने के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि इन इकाइयों के उत्पादों को मदर डेयरी ब्रांड से जोड़ा जाएगा.
शाह ने कहा कि बिक्री में हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा. उन्होंने MPOs को सहकारी ढांचे से जोड़ने, उन्हें सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने और संस्थागत मजबूती प्रदान करने पर भी विशेष बल दिया.
प्रोडक्ट का मिल सके अच्छा दाम
इसके अलावा उन्होंने दूध उत्पादों में विविधीकरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए सुझाव दिया कि सहज को अपने स्थानीय क्षेत्र की जरूरतों और संसाधनों के अनुसार 1–2 उपयुक्त उत्पादों की पहचान कर, उन्हें विकसित करना चाहिए. जिससे किसानों को अतिरिक्त आय के अवसर मिल सके. इन उत्पादों के लिए NCOL और मदर डेयरी (Mother Dairy) के माध्यम से मजबूत मार्केट लिंकेज भी प्रदान किया जाएगा, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके. डॉ. शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि इन समग्र प्रयासों से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि वे दीर्घकालिक रूप से आत्मनिर्भर और सशक्त भी बनेंगे.
हजार करोड़ के पार पहुंचा सालाना टर्नओवर
वहीं मदर डेयरी की ओर से कहा गया है कि हमारी कंपनी के दसवें वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रदर्शन के बारे में सूचित करते हुए बेहद खुशी हो रही है. इस वर्ष हमारी कंपनी ने रु. 1057 17 करोड़ का टर्नओवर हासिल किया है और 22.10 करोड़ का कर फायदा हासिल किया है. यह उपलब्धि हमारी संस्था के सदस्यों और हितधारकों, हमारे दूध उत्पादक सदस्यों की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रमाण है जो तमाम अनिश्चितताओं के बावजूद हमारे साथ खड़े रहे हैं. कपनी से जुड़े प्रत्येक हितधारक द्वारा प्रदर्शित सकारात्मक दृष्टिकोण और उच्च स्तर की दृढ़ता ने ही इसे संभव बनाया है.
884 रुपए की हुई लॉयल्टी
बताया गया कि कपनी से सक्रिय उत्पादक सदस्यों को 884 रुपए करोड़ का लॉयल्टी प्रोत्साहन दिया है जिन्होने कंपनी द्वारा निर्धारित मानवडी के अनुसार समी शर्तों को पूरा किया है. पिछले दस वर्षों में कंपनी द्वारा दी गई प्रोत्साहन राशि की यह अब तक की सबसे बड़ी राशि है. कंपनी ने किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें उत्पादक सदस्य बनाया है. एक सम्मलित विकास संगठन के रूप में हम इस दर्शन का पालन करते है कि “जब सस्था के सदस्य बढ़ते है तो सहज संस्था बढ़ती है.”
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