नई दिल्ली. जिस तरह से सरकार पशुपालन को बढ़ावा दे रही है. उसी तरह से मछली पालन को भी बढ़ावा देने का काम कर रही है. ताकि किसानों की इनकम को दोगुना किया जा सके. सरकार का मानना है कि कृषि के अलावा किसानों के पास एक और काम होना चाहिए. जिसमें पशुपालन, मछली पालन और पोल्ट्री फार्मिंग जैसे काम को किया जा सकता है. इसी वजह से सरकार मछली पालन को बढ़ावा दे रही है. इसके के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत हजारों करोड़ रुपए केंद्र सरकार की ओर से खर्च किए जा रहे हैं.
वहीं सरकार मछली पालन के काम को मजबूत करने और मछली पालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की है. यानि कि अब मछली पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड योजना का फायदा मिलेगा.
किसे मिलेगा किसान क्रेडिट कार्ड
सरकार का कहना है कि अब मछली पालकों और मछुआरों को आसान लोग किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मिल जाएगा.
पात्र लाभार्थी की बात की जाए तो इसमें व्यक्तिगत मत्स्य पालक (समूह, साझेदार, किरायेदार आदि) शामिल हैं.
स्वयं सहायता समूह (SHG), संयुक्त देयता समूह (JLG), महिला समूह को भी शामिल किया गया है.
कवर की गई गतिविधियां की बात की जाए तो इसमें मीठे व खारे पानी में मछली, झींगा, केकड़ा पालन बीज उत्पादन, कैप्चर फिशरीज पर है.
अन्य राज्य आधारित मछली पालन गतिविधियां भी इसके अंदर कवर की गई हैं.
कितना मिलेगा फायदा
25 लाख तक का लोन सरकार की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड पर दिया जाएगा.
सरकार इसके लिए सिर्फ और सिर्फ 7 फीसद ब्याज ही लगाएगी.
समय पर भुगतान पर 3 फीसद अतिरिक्त प्रोत्साहन भी सरकार की तरफ से दिया जाएगा.
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