नई दिल्ली. इस में कोई शक नहीं है कि बकरी पालन से अच्छी कमाई की जा सकती है लेकिन अच्छी कमाई के लिए जरूरी है कि बकरियों की हर जरूरत का ख्याल रखा जाए. अगर हर जरूरत पूरी नहीं होगी तो सिर्फ आप कमाई कर सकते हैं, अच्छी कमाई नहीं. इसलिए बकरियों की रहने, खाने—पीने से लेकर तमाम जरूरतों का ध्यान दें. कुल मिलाकर कहा जाए तो साइंटिफिक तरीके से बकरी पालन करें ताकि मुनाफा कई और गुना बढ़ जाए. तभी आपको बकरी पालन के काम में फायदा होगा.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (Indian Council of Medical Research) का कहना है कि बकरियों के आवास पर भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है. आवास का डिजाइन कैसा हो, ये बकरी पालन के लिए बेहद ही अहम है. आइए इस बारे में यहां डिटेल से जानते हैं.
बकरी पालन के लिए आवास कैसे बनाएं
बकरियों का बाड़ा उनके छत वाले आवास से सटा हुआ होता है. बाड़ा चारों तरफ से घिरा होना चाहिए.
1.5 मीटर से 2 मीटर ऊंची 4″ की जाली (चेन लिंक) इस काम में प्रयोग की जा सकती है.
जाली लगाने के लिए प्रत्येक 2 से 3 मीटर की दूरी पर लकड़ी की बल्ली अथवा लोहे के खम्बे जमीन में गाड़े जाते हैं.
जाली को सीधा रखने के लिये उसके ऊपरी एवं नीचे हिस्से में लोहे (जीआई) के मोटे तार डाले जा सकते हैं.
बांस एवं बल्लियों से भी बाड़े बनाये जा सकते हैं. बाड़े का क्षेत्रफल छत वाली जगह का दुगना रखा जाता है.
बकरी आवास की लम्बाई जरूरत के मुताबिक रखी जा सकती है परन्तु हवादार बनाने हेतु चौड़ाई किसी भी हालत में 12 मीटर से ज्यादा नहीं रखनी चाहिये.
चौड़ाई को जगह के अनुबकरी का आवास बनाने में किन बातों का रखें ध्यान, जानें यहां सार 6 मीटर से 8 मीटर के बीच में रखना उचित रहता है। इससे हवा के बहाव में कोई दिक्कत नहीं आती है.
इसी तरह, आवास की ऊँचाई, किनारे पर 2.7 मीटर से कम नहीं रखना चाहिए.
बकरी आवासों की लम्बाई 20 मीटर, चौड़ाई 6 मीटर तथा किनारे पर ऊँचाई 2.7 मीटर रखी जाती है.
निष्कर्ष
अगर आप बताई गई बातों पर ध्यान देते हैं और इस तरह का आवास बनवाते हैं तो बकरी पालन में काफी अच्छा मुनाफा आपको मिल सकता है. इससे आपको बकरी पालन के काम में फायदा होगा.
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