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Green Fodder: रेगिस्तान में भी भरपूर हरा चारा उपलब्ध कराती है ये फसल, पढ़ें डिटेल यहां

चारे की फसल उगाने का एक खास समय होता है, जोकि अलग-अलग चारे के लिए अलग-अलग है.
प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग के काम में ज्यादा दूध उत्पादन के लिए पशुओं को भरपूर सूखा और हरा चारा देना होता है. अगर चारे की कमी हो जाए तो फिर दूध उत्पादन में कमी हो सकती है. जबकि हरे चारे की कमी तो वैसे भी रहती है. सालभर पशुओं को हरा चारा उपलब्ध कराना एक मुश्किल काम है. यही वजह है कि बहुत से फार्मर्स साइलेज भी बनाकर पशुओं को खिलाते हैं और उनकी जरूरत को पूरा करते हैं. डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के एक्सपर्ट ने लाइव स्टक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) को बताया कि कई ऐसी चारा फसल हैं, जिससे पशुओं को अच्छा हरा चारा उपलब्ध कराया जा सकता है

खासतौर पर रेगिस्तानी इलाके में आसानी से उगने वाला हरा चारा राजस्थान जैसे राज्यों के लिए बेहद ही उपयोगी है. इसी तरह की चारा फसल सेवन घास है. आइए डिटेल जानते हैं.

सेवन घास
लैसिरस सिड़िकस सामान्यतः सेवन घास नाम से जानी जाती है. यह थार रेगिस्तान की सबसे महत्वपूर्ण पोषक चारा घास है. जहाँ नियमित रूप से पानी की कमी रहती है.

यह बहुवर्षीय घास सूखे के प्रति अधिक सहनशीलता को दर्शाती है. इस घास को 250 मिमी से कम वर्षा में भी उगाया जा सकता है.

ह घास भारत में रेगिस्तानी घासों का राजा नाम से जानी जाती है. इसकी उन्नत किस्मों काजरी 317, 319 और काजरी एम.-30-5 है.

ऐसे करें इसकी खेती
यह विभिन्न प्रकार की भूमियों पर उगाई जा सकती है, आमतौर यह बलुई मिट्टी पर नियमित चारागाह स्थापित करने के लिए उपयोग की जाती है.

दो से तीन जुताई करने के बाद भूमि को समतल करें, भूमि खरपतवारों से मुक्त होनी चाहिए.

सेवन घास को बीज व जड़ों दोनों ही तरह से उगाया जा सकता है, बीज को कतारों में 50-70 सेमी. दूरी पर 6-9 किग्रा. प्रति हैक्टेयर की दर से बोया जा सकता है.

बुवाई के बाद बीज को हल्की सी मिट्टी से ढक दिया जाता है. बारिश की मात्रा और वितरण के आधार पर शुष्क पदार्थ की औसत उपज 6.0 से 8.5 टन प्रति हैक्टेयर तक हो सकती है.

प्राकृतिक अवस्था में प्रोटीन की मात्रा 5.9 से 6.7 प्रतिशत तक होती है परंतु जब उर्वरकों का इस्तेमाल किया जाता है तो प्रोटीन की मात्रा 13 से 15 प्रतिशत तक पहुंच सकती है.

रेशों की मात्रा 24-38 प्रतिशत तक होती है, कैल्शियम की मात्रा 0.76 से 1.11 प्रतिशत तक पाई जाती है.

Written by
Livestock Animal News

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