Maize: यूपी मक्‍का किसानों को ये मदद दे रही है सरकार, पढ़ें डिटेल

maize crop

बाजार में बिकता बुट्टा.

नई दिल्ली. मक्का की खेती खुशहाली का आधार बन चुकी है. मक्का मतलब कम लागत, बेहतर उत्पादन व व्यापक बाजार. डबल इंजन सरकार (मोदी-योगी) सरकार के नेतृत्व, वैज्ञानिकों की सलाह व प्रशिक्षण के उपरांत किसानों को मक्का की खेती में काफी लाभ हुआ है. एक तरफ जहां सरकार की योजनाएं किसानों के लिए कारगर साबित हो रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान इसका क्रियान्वयन कर मक्का की खेती कर काफी लाभ भी कमा रहे हैं. मक्का की खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों ने विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 के तहत रविवार को औरैया में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष अपनी सफलता की कहानी भी साझा की.

औरैया के अजीतमल निवासी किसान गौरव विश्नोई ने बताया कि खेतों में दो साल से मक्का लगाया है. बहुत अच्छा उत्पादन हुआ है. एक हेक्टेयर में 100 कुंतल उत्पादन हुआ. प्रति हेक्टेयर ढाई लाख रुपये मुनाफा हुआ. इसके अलावा अमरुद की खेती में भी अच्छा मुनाफा मिल रहा है.

मक्का की खेती से वर्ष भर का निकल जाता खर्च
कानपुर नगर के बिल्हौर तहसील के किसान सुनील सिंह ने कहा कि आलू की फसल के बाद ऐसी कोई फसल नहीं मिल रही थी, जो अच्छा फायदा दे सके. चार-पांच साल पहले कृषि विभाग के अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने मक्का की फसल को लेकर सलाह व प्रशिक्षण दिया. आज हमें उसका लाभ प्राप्त हो रहा है. आलू से जो नुकसान होता है, उसकी भरपाई मक्का की फसल कर देती है. इससे पूरे वर्ष का खर्च, बच्चों की पढ़ाई का भी खर्च निकल जाता है.
किसान शिवशंकर सिंह ने बताया कि मक्का ऐसी फसल मिली है, जिसने किसानों की आय को डेढ़ गुना कर दिया है. पहले एक एकड़ में 20-25 कुंतल मक्का का उत्पादन करते थे, आज प्रति एकड़ 35-40 कुंतल पैदा करते हैं. सीड स्टोर पर बीज अनुदान पर मिल रहे हैं. उचित मूल्य पर अच्छी प्रजाति के हाईब्रिड मक्का का प्रबंध कराया जाए, जिससे आय दोगुनी हो सके.

किसानों के लिए सरकार की पहल बनी कारगर

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