Home पोल्ट्री VIP 2nd National Symposium: पोल्ट्री सेक्टर को आगे ले जाने के लिए इसकी चुनौतियों से निपटने की है जरूरत
पोल्ट्री

VIP 2nd National Symposium: पोल्ट्री सेक्टर को आगे ले जाने के लिए इसकी चुनौतियों से निपटने की है जरूरत

दूसरे नेशनल सिम्पोजियम में मौजूद मेहमान.

नई दिल्ली. भारत के प्रमुख पोल्ट्री पशु चिकित्सा पेशेवरों के नेटवर्क वीआईपी की ओर से पिछले दिनों चंडीगढ़ में अपना दूसरा नेशनल सिम्पोजियम आयोजित किया गया. इनावेशन, एकीकरण और समृद्धि” विषय पर आधारित, इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में 580 से अधिक हितधारक शामिल हुए. जिनमें पशु चिकित्सक, पोल्ट्री पेशेवर, किसान, पोल्ट्री नेता, शोधकर्ता, नीति निर्माता, मीडिया, संघ, सरकारी अधिकारी, मंत्री और शैक्षणिक संस्थान शामिल थे, जो ज्ञान के आदान-प्रदान, सहयोग और दृष्टिवान संवाद के लिए एक परिवर्तनात्मक दिन का अनुभव करने के लिए इकट्ठा हुए थे. कार्यक्रम में पोल्ट्री सेक्टर की तमाम चुनौतियां और इसके निपटने पर भी चर्चा हुई.

संगोष्ठी के सॉवेनियर का अनावरण करने के बाद, डॉ. विशाल रावत ने मेहमानों और प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया. डॉ. संतोष आरे ने 2014 में 50 veterinarians की एक व्हाट्सएप समूह के रूप में अपनी शुरुआत से लेकर 1,500 से अधिक सदस्यों के राष्ट्रीय मंच तक के वीआईपी की प्रेरणादायक यात्रा पेश की. डॉ. अजय देशपांडे ने पोल्ट्री क्षेत्र में सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों और इनसे निपटने में वीआईपी की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपनी बात रखी.

मेहमानों ने क्या-क्या कहा, पढ़ें यहां
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पोल्ट्री में मक्का सप्लाई को लेकर हमारी सरकार काम कर रही है. उन्होंने अवसंरचना विकास, पशु चिकित्सा सेवाएं, VIP संघ की महत्वपूर्ण भूमिका, किसानों की आय को दो गुना करने और हरित ऊर्जा को शामिल समेत तमाम मुद्दों पर बात की. उन्होंने पोल्ट्री के भारत की GDP में महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा की. इससे पहले उद्घाटन सत्र का समापन प्रोफेसर (डॉ.) ए. एस. रणाडे, तकनीकी सलाहकार, VIP की टिप्पणियों के साथ हुआ. वहीं इस दौरान बलराम सिंह यादव ने अपने पोल्ट्री पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर एकीकृत कार्य की महत्वपूर्णता पर जोर दिया और वैश्विक बाजार के रुझानों के बारे में जानकारी साझा की. अलका उपाध्याय, IAS ने सरकार की समावेशी, समर्थनकारी दृष्टिकोण को उजागर किया और DAHD की क्षेत्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने की प्रतिबद्धता को दोहराया. महिपाल ढांडा ने पोल्ट्री संघों को एक मंच के तहत एकीकृत करने की जरूरत पर बल दिया और निर्यात के महत्व को रेखांकित किया.

पोल्ट्री सेक्टर को दिया गया एक नया आकार
वीआईपी के अध्यक्ष डॉ. अजय देशपांडे ने कहा कि इस कार्यक्रम से भारतीय पोल्ट्री सेक्टर आकार देने के लिए आायोजित किया गया था. हम हर प्रतिभागी और भागीदार का उनके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद करते हैं.” पोल्ट्री में पशु चिकित्सक (वीआईपी) के बारे में कुक्कुट में पशु चिकित्सक (वीआईपी) एक राष्ट्रीय संघ है जिसमें 1,500+ पशु चिकित्सक भारतीय कुक्कुट क्षेत्र में काम कर रहे हैं. हमारे सदस्य कुक्कुट मूल्य श्रृंखला के हर पहलू का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें ब्रॉयलर और लेयर खेती, प्रजनन, पशु स्वास्थ्य, शोध, अकादमिक, और फार्मास्यूटिकल्स आदि शामिल हैं. वीआईपी कुक्कुट विज्ञान और उत्पादन को आगे बढ़ाने के लिए ज्ञान, सहयोग और समाधानों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. आभार टीम वीआईपी सभी समर्थकों, संघों, सरकारी प्रतिनिधियों, प्रायोजकों, वक्ताओं, पैनलिस्टों, मॉडरेटरों और मीडिया भागीदारों का दिल से धन्यवाद करती है जिन्होंने पोल्ट्री समिट 2025 को एक शानदार सफलता बनाया.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

मुर्गी की तुलना में टर्कियों की एनर्जी, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल संबंधी जरूरत है ज्यादा होती हैं.
पोल्ट्री

Turkey Farming: इस ट्रिक से करें टर्की पालन, होगा मुनाफा ही मुनाफा

मुर्गी की तुलना में टर्कियों की एनर्जी, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल संबंधी...

यह भयंकर छूतदार बीमारी है जो कि चूजों में ज्यादा होती है.
पोल्ट्री

Poultry Gumboro Disease: पोल्ट्री में क्या है गम्बोरो बीमारी, जानें इसके बचाव का तरीका

यह भयंकर छूतदार बीमारी है जो कि चूजों में ज्यादा होती है.