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Animal News: पशुओं की बीमारी में इस्तेमाल होने वाली इस तरह की एंटीबायोटिक के इस्तेमाल पर लगी रोक

प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. पशुपालकों के लिए ये खबर बड़ी ही अहम है. दरअसल, केंद्र ने गुरुवार को खाद्य-उत्पादक पशुपालन में इस्तेमाल के लिए क्लोरैम्फेनिकॉल या नाइट्रोफ्यूरान वर्ग के एंटीबायोटिक वाली सभी फॉर्मूलेशन के इंपोर्ट, निर्माण, बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया. इस बात का ऐलान 13 मार्च को जारी एक गजट अधिसूचना में, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से किया गया है. घोषणा में भारत के शीर्ष औषधि सलाहकार निकाय, औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड के साथ परामर्श के बाद ये प्रतिबंध लागू किया गया है.

बताते चलें कि जनहित में इस कदम को आवश्यक और जरूरी बताते हुए मंत्रालय ने कहा कि वह इस बात से संतुष्ट है कि क्लोरैम्फेनिकॉल या नाइट्रोफ्यूरान युक्त दवाओं के फॉर्मूलेशन के इस्तेमाल से खाद्य-उत्पादक पशुपालन में जोखिम पैदा होने की संभावना है. यह भी देखा गया कि इन दवाओं के कई सुरक्षित विकल्प बाजार में उपलब्ध हैं.

जताई गई थी चिंताएं
गौरतलब है कि पोल्ट्री और अन्य पशु आहार पूरकों में इन दवाओं के दुरुपयोग को उजागर करने वाले कई शिकायतों के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया है. इस मामले पर पिछले साल जनवरी में औषधि परामर्श समिति द्वारा भी चर्चा की गई थी. समिति ने इन दवाओं के आयात, उत्पादन, वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर सहमति जताई. समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण ने भी अक्टूबर 2023 में पशुपालन और डेयरी विभाग को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें यही चिंताएं जताई गई थीं. बाद में इस मामले पर पशु स्वास्थ्य पर अधिकार प्राप्त समिति ने विचार किया.

2018 में भी कई दवाओं पर लगा था बैन
बता दें कि साल 2018 में, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने भी मांस, मुर्गी, अंडे, समुद्री भोजन और मत्स्य उत्पादों के प्रोसेसिंग में क्लोरैम्फेनिकॉल और नाइट्रोफ्यूरान सहित कई एंटीबायोटिक और पशु चिकित्सा दवाओं के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था. दोनों एंटीबायोटिक आमतौर पर इंसानों में बैक्टीरिया और यूरीन इंफेक्शन के इलाज के लिए भी उपयोग किए जाते हैं. क्लोरैम्फेनिकॉल, जो बैक्टीरिया प्रोटीन के उत्पादन और ग्रोथ को रोकता है, का इस्तेमाल विभिन्न बैक्टीरिया वायरस के इलाज के लिए किया जाता है, लेकिन इससे अस्थि मज्जा दमन और दस्त सहित दुष्प्रभाव हो सकते हैं. इसी तरह, यूरीन इंफेक्शन के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीबायोटिक्स का एक वर्ग नाइट्रोफ्यूरान भी खाद्य-उत्पादक जानवरों में जीवाणुरोधी के रूप में उपयोग किया जाता है.

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