नई दिल्ली. गोवर्धन पूजा को समारोह की तरह से मनाने के लिए यूपी की सरकार ने तमाम कोशिशें की हैं. एक तरफ सरकार की ओर से इस पूजन कार्यक्रम में मंत्री, सांसद और विधायकों को बुलाने का आदेश दिया गया है तो वहीं पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी भी तय की गई है. पुलिस विभाग को भी इसको लेकर निर्देशित किया गया है कि जिला स्तर पर गौशालाओं की गिगरानी करें. शासन की ओर से पुलिस महकमे को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि गौशालाओं के आसपास रात में पेट्रोलिंग की जाए.
शासन की ओर से जारी किये गए पत्र में कहा गया है कि प्रदेश में गोवर्धन पूजा, दीपावली और भाईदूज त्योहारों को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है. शासन ये निर्णय लिया गया है कि आगामी गोवर्धन पूजा के अवसर पर गो आश्रय स्थलों और केन्द्रों में समारोह की तरह गोपूजन का आयोजन किया जाए. गो आश्रय स्थलों में उक्त त्योहारों को धूम-धाम से समारोहपूर्वक मनाये जाने के लिए जो भी जरूरी कदम हैं, उसे उठाया जाए. इसके लिए दिशा-निर्देश भी जारी किये गए हैं.
पुलिस को करना होगा ये काम
पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी भी शासन की ओर से तय की गई है. पुलिस प्रशासन द्वारा गो आश्रय स्थलों की पेट्रोलिंग बीट के कर्मचारियों द्वारा सुनिश्चित करानी होगी. यानि पुलिस के जवान गौशालाओं के आसपास भी पेट्रोलिंग करते नजर आएंगे. पुलिस की जिम्मेदारी में ये भी होगा कि कि राजमार्गों, राजकीय मार्गों और बाजारों में दीपावली व भाईदूज पर अधिक भीड़-भाड़ व यातायात व आवागमन होने के दौरान बेसहारा गोवंशों से दुर्घटना की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गोवंश को संरक्षित कराएं और पेट्रोलिंग भी करते रहें. सभी निराश्रित गोवंशों को गो आश्रय स्थलों व केन्द्रों में पहुंचाया जाए. ताकि हाईवे, रोड ओर बाजारों में न तो उनके साथ न ही इनकी वजह से कोई हादसा न हो. दिवाली के मद्देनजर मंडी के पास बेसहारा गोवंश को आश्रय में पहुंचाने के लिए अभियान चलाया जाए.
रात में इन्हें गौशाला में रहना होगा
सरकार ने कहा है कि अस्थायी गो आश्रय स्थलों, गोसंरक्षण केन्द्रों, कान्हा गौशाला और कांजी हाउस जहां बेसहारा गोवंश संरक्षित हैं, उन स्थलों पर साफ सफाई, स्वछता, प्रकाश, स्वच्छ पेय जल एवं भरण-पोषण की समुचित व्यवस्था को हर हाल में किया जाए. कार्यक्रम को खास बनाने के लिए गो आश्रय स्थलों पर गोवर्धन पूजा के अवसर पर जनप्रतिनिधियों में मंत्री, सांसद और विधायक को आमंत्रित किया जाए. आगामी त्योहारों के मद्देनजर नगर आयुक्त और ईओ, नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों द्वारा विशेष सतर्कता बरती जाए. ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में हर गो आश्रय स्थल व कान्हा गौशाला में एक योग्य केयर टेकर एक सप्ताह में तैनात किया जाए और इसका लेखा-जोखा तैयार कर सेफ किया जाए. साथ ही रात में वहीं रहने की व्यवस्था की जाए.
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