नई दिल्ली. छात्रों की अथक मेहनत के बाद हासिल की गई कामयाबी का उत्वस बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पटना का तीसरा दीक्षांत समारोह गुरुवार को आयोजित किया जाएगा. तीसरा दीक्षांत समारोह यूनिवर्सिटी के कैंपस स्थित ऊर्जा ऑडिटोरियम, पटना में आयोजित किया जा रहा है. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के तीन प्रमुख इंटीग्रेटेड संस्थानों, बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय पटना, संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना और मात्स्यिकी महाविद्यालय, किशनगंज के कुल 265 विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएगी. जब उनके हाथों डिग्री लगेगी तो फूले नही समाएंगे. क्योंकि उनकी मेहनत का नतीजा उन्हें मिलेगा.
दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता बिहार के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान करेंगे. राज्य इस समारोह में डिग्री प्रदान करने के साथ-साथ अध्यक्षीय एवं दीक्षांत भाषण भी प्रस्तुत करेंगे. वो अपने भाषण से यहां सफलता हासिल करने वाले छात्रों गुरुमंत्र भी देते नजर आ सकते हैं. वहीं इस अवसर पर भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह दीक्षांत संबोधन देंगे. समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह स्वागत भाषण देंगे एवं विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे.
किन्हें मिलेगा गोल्ड मेडल और डिग्री
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की इनकम को बढ़ाना होगा, पर कैपिटा इनकम भी बढ़ानी होगी और ग्रोथ भी बढ़ानी होगी. इसमें मिल्क और पोल्ट्री सेक्टर की भूमिका अहम है. एग्रीकल्चर ग्रुप में और जीडीपी ग्रोथ में इन सेक्टरों ने ग्रामीण क्षेत्र की प्रगति में काफी मदद पहुंचाई है. पोल्ट्री सेक्टर के बारे में कहा कि विशेष रूप से वेटरनरी डॉक्टर और इस फील्ड में काम करने वाले वैज्ञानिकों ने काफी रिसर्च करके इस सेक्टर को बहुत संपन्न बनाया है. यह बात ही सही है कि आज विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में जो प्रोटीन लोगों को मिलता है उसमें पोल्ट्री का कॉन्ट्रिब्यूशन बहुत बड़ा है. इतना ही नहीं हमारे देश में बड़े पैमाने पर एक्सपोर्ट भी बढ़ रहा है और यह भी इकोनॉमी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
क्या हैं बिहार यूनिवर्सिटी उपलब्धियां
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विश्वविद्यालय ने IVF तकनीक के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली गायों के बछड़ों का सफलतापूर्वक जन्म कराया है, जो पशुपालन के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता है. बिहार यूनिवर्सिटी ने इस काम को करके खूब वाहवाही बटोरी है. बता दें कि विश्वविद्यालय जल्द ही बीएससी पोल्ट्री प्रोडक्शन, पारा वेट डिप्लोमा, बीटेक फूड टेक्नोलॉजी जैसे नए पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है. वहीं आधुनिक सुविधाओं के मामले में विश्वविद्यालय के नए परिसर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिससे भविष्य में शोध और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है. विश्वविद्यालय की इन उपलब्धियों से पशु चिकित्सा, डेयरी प्रौद्योगिकी और मात्स्यिकी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा मिल रहा है.
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