नई दिल्ली. पशुपालन को बढ़ावा देने और दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं. ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसमें हाथ आजमाएं. जैसे कि हरियाणा का पशुपालन विभाग दो तरह की स्कीम पर ज्यादा काम करता है. हरियाणा में पशुपालन विभाग दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए दूध उत्पादन प्रतियोगिता आयोजित करता है. जिसमें जीतने वाले पशुपालकों को नकद इनाम दिया जाता है. दूसरी एक और योजना चलाई जाती है. जिसमें पशुपालन विभाग पशुपालकों को बैंकों से लोन दिलवाता है और उनको सब्सिडी भी देता है. ताकि पशुपालन करने में पशुपालकों में कोई दिक्कत न आए और वह दूध उत्पादन में राज्य की और देश की मदद कर सकें.
हो सकता है कि आपके दिमाग में ये हो कि कैसे योजना का फायदा उठाया जा सकता है तो आइए इस आर्टिकल में इसकी डिटेल जानते हैं. यहां हम आपको पशुपालन विभाग की ओर से चलाई रही दूध प्रतियोगिता योजना के बारे में जानकारी देंगे.
हरियाणा नस्ल की गाय को मिलता है इतना ईनाम
दूध प्रतियोगिता के अंदर हरियाणा के तीन नस्लों की गाय को लिया जाता है, जिसके अंदर हरियाणा नस्ल की गाय, साहिवाल और बिलाई नस्ल की गाय को शामिल किया जाता है. वहीं भैंसों के अंदर मुर्रा नस्ल की भैंस को दूध की प्रतियोगिता में शामिल किया जाता है. अगर कोई हरियाणा नस्ल की कोई आठ गाय किलो या उससे ऊपर दूध देती है तो उसे ईनाम दिया जाता है. जिस पशुपालक भाई के पास देसी हरियाणा नस्ल की गाय है, उसको वो अपने नजदीकी पशु चिकित्सा के द्वारा इसकी जांच करवाकर उसको दूर प्रतियोगिता में शामिल करवा सकता है. उसे ब्याने के 90 दिन के बीच प्रतियोगिता में शामिल किया जा सकता है. हरियाणा नस्ल की गाय अगर 8 किलो से ज्यादा दूध देती है तो 15 हजार रुपए की ईनाम राशि मिलती है. 10 लीटर से ज्यादा अगर दूध का उत्पादन करती है तब 20 हजार रुपए की ईनाम राशि दी जाती है और अगर 12 लीटर से ज्यादा दूध देती है तो 25 हजार रुपए की ईनाम राशि मिलती है.
ऐसे करें आवेदन
अगर साहीवाल नस्ल की अच्छी गाय है तो उसकी जांच करवाने के बाद प्रतियोगिता में शामिल किया जाता है. अगर इस नस्ल की गाय 10 किलो ज्यादा दूध देती है तो उसे 15 हजार रुपए का ईनाम दिया जाता है. 12 किलो से ऊपर दूध देती है तो 20 हजार रुपए का ईनाम मिलता है. जबकि 15 किलो से ज्यादा दूध देती है तो 25 हजार रुपए का इनाम दिया जाता है. आवेदन करने के लिए जरूरी कागजात की बात की जाए तो आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक की कॉपी, फैमिली आईडी और पासपोर्ट फोटो देना होगा. साथ ही पशुपालक भाइयों को यह पता होना चाहिए उनके यहां जो पशु है, वह किस नस्ल का है. कितने बछिया या बछड़े हैं ये सब फार्म में भरना होगा.
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