नई दिल्ली. राजस्थान के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का तीसरा सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है. हमारी सरकार का प्रयास है कि मध्य प्रदेश को नंबर वन दूध उत्पादक राज्य बना दिया जाए. इसके लिए हम कई काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य केंद्र पशुपालकों को मदद की दरकार है. इस बात को हमारी सरकार समझती है. इसलिए कई काम किए जा रहे हैं. वो एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जब हम देश में नंबर वन बनना चाहते हैं तो तमाम सुविधाएं पशुपालकों को देनी होगी.
कहा कि राज्य में 6 करोड़ से ज्यादा पशुधन हैं तो पशुपालन का भी कोर्स सारे विश्वविद्यालय में शुरू करने की जरूरत है. सीएम ने कहा कि केवल पशुपालन में ही नहीं मछली पालन में भी मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ा है. मछली पालन से लेकर पशुपालन हर सेक्टर में राज्य के लोगों को जाने की जरूरत है. ताकि राज्य और ज्यादा तरक्की कर सके.
दूध उत्पादन केे लिए क्या कर रही है सरकार
मध्य प्रदेश सरकार ने दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. पशुपालन करने के लिए 42 लाख रुपए तक का लोन और 11 लाख रुपए तक की सब्सिडी सरकार की ओर से दी जा रही है.
सरकार की कोशिश है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत पशुपालकों को 42 लाख रुपए देकर पशुपालन के प्रति प्रेरित किया जाए. ताकि उन्हें ज्यादा से से ज्यादा राज्य में दूध उत्पादन बढ़ सके.
इससे किसानों का भी फायदा है. अगर किसान पशुपालन के काम में आगे आते हैं तो उनकी भी इनकम दोगुनी हो जाएगी. कृषि के अलावा उनके पास पशुपालन का भी काम होगा. दूध बेचकर किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं.
सरकार दिव्यांग लोगों को भी सब्सिडी दे रही है. अगर मुर्राह भैंस कोई दिव्यांग खरीदना चाहता है और वह प्रतिदिन कम से कम 8 लीटर दूध देती हो तो और दिव्यांग की विकलांगता 40 फीसद अधिक है तो उसे सरकारी मदद मिलेगी.
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