नई दिल्ली. युवान एग्रो फार्म में जब बकरा या फिर बकरी को खरीद कर लाया जाता है तो कई बातों का ध्यान रखा जाता है. युवान एग्रो फॉर्म के संचालक डीके सिंह ने बताया कि जब हम किसानों से जानवर लेते हैं तो उन्हीं के पास डीवार्मिंग कर देते हैं. हम जिस भी किसान से जानवरों खरीदते हैं, वहीं 15 दिन तक उसे जानवर को रखते हैं और इस दौरान युवान एग्रो फॉर्म के लोग उस जानवर की मॉनिटरिंग करते रहते हैं. इस दौरान उसके उत्पादन उसके रहन-सहन खान-पान और तमाम चीजों पर पूरी तरह से नजर बनाए रखी जाती है.
जब 15 दिन का ये टर्म पूरा हो जाता है तो इसके बाद एक खास किस्म की दवा है जो स्ट्रेस के लिए जानवरों को दी जाती है उसे बकरियों को दिया जाता है. इसके बाद ट्रांसपोर्ट करके युवान एग्रो फार्म में जानवर को लाया जाता है. यहां वैक्सीनेशन किया जाता है. उन्हें बाकी की जो वैक्सीन है, वह लगाई जाती है. इसके बाद भी सीधे तौर पर यहां पहले से पल रहे जानवरों के साथ उन्हें नहीं रखते हैं. बल्कि एक महीना क्वॉरेंटाइन में उन्हें रखा जाता है. इसके बाद ही उन्हें शेड में शिफ्ट किया जाता है.
किसानों की इनकम को हम बढ़ाएंगे
उन्होंने अपनी प्लानिंग के बारे में एक बार फिर से बताते हुए कहा कि आने वाले समय में पांच हजार किसानों को अपने फार्म से जोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य किसानों की आजीविका को बढ़ाना है. कहीं न कहीं हमारा भी काम किसानों की मदद से चल रहा है. इसलिए हम चाहते हैं कि जो फायदा हम कमा रहे हैं उसमें किसान भी हिस्सेदार बने. बकरी पालन को लेकर टिप्स देते हुए उन्हें कहा कि जो बड़े लोग हैं और वो इस काम को करना चाह रहे हैं वो जरूर करे. जबकि किसानों को भी इस काम में आगे आना चाहिए.
घर में भी पाल सकते हैं बकरी
उन्होंने तमिलनाडु और राजस्थान की मिसाल देते हुए कहा कि वहां विषम परिस्थितियों के बावजूद किसान सुसाइड नहीं करता है, उसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि उनके घर में पशु पाले जाते हैं. पशुपालन किसानों के लिए बेहद ही मददगार है. किसान अगर बकरी पालन करते हैं तो उन्हें कभी भी आर्थिक तंगी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को बकरी पालन की जानकारी मिले ताकि लोग बकरी पालन करें और उन्हें दिक्कत ना आए. किसानों को कम से कम पांच जानवरों से बकरी पालन का काम शुरू करना चाहिए. अगर किसी के पास पांच बकरियां भी हैं तो उन्हें खाने की दिक्कत नहीं होगी. बकरी पालन के लिए अच्छी बात यह है कि इसे घर में भी पाला जा सकता है.
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