Home पोल्ट्री Poultry Farming: घर में इस तरह करें मुर्गी पालन, यहां जानें अच्छी ग्रोथ के लिए क्या-क्या करना चाहिए
पोल्ट्री

Poultry Farming: घर में इस तरह करें मुर्गी पालन, यहां जानें अच्छी ग्रोथ के लिए क्या-क्या करना चाहिए

layer hen breeds
फीड खाती मुर्गियों की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मुर्गी पालन घर के आंगन में और व्यवसायिक दोनों रूप से किया जाता है. अगर आप घर पर मुर्गी पालना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ जरूरी टिप्स है, अगर इसको फॉलो करते हैं तो अच्छी ग्रोथ के साथ-साथ प्रोडक्शन भी मिलेगा. मुर्गियां जो अंडे देंगी उन्हें बेचकर कमाई की जा सकती है. जबकि अगर उनका वजन ज्यादा होगा तो उनकी कीमत भी ज्यादा होगी. देशी मुर्गियों के मीट को ज्यादा पसंद किया जाता है और ये ब्रॉयलर मुर्गों के मीट के मुकाबले महंगा ​भी बिकता है.

एक्सपर्ट कहते हैं कि 6 सप्ताह की उम्र में, मुर्गियों में सामान्य कुक्कुट रोग रानीखेत रोग, फॉउल- पॉक्स, मरेक्स रोग आदि के खिलाफ लड़ने की क्षमता हासिल कर लेते हैं. हालांकि इसके लिए उनका वजन कम से कम 500 से 700 ग्राम होना चाहिए. कम उम्र के पक्षियों को घर-आंगन मुक्त-क्षेत्र परिस्थितियों के अंतर्गत, क्षेत्र और प्राकृतिक खाद्य आधार पर 10-20 पक्षियों की सीमा तक खुला छोड़ा जा सकता है.

चुगने के लिए छोड़ा जाता है
एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि पक्षियों को दिन के दौरान खाना चुगने के लिए बाहर छोड़ दिया जाना सबसे बेहतर होता है. क्योंकि ये मुर्गियां खुद से दाना चुगना पसंद करती हैं और इससे उन्हें तमाम जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं. इसके चलते उनकी ग्रोथ भी अच्छी रहती है. जबकि रात में उन्हें बांस, लकड़ी या मिट्टी से बने आश्रय में रखा जाता है या पेड़ की शाखाओं पर आराम करने दिया जाता है. ताकि वो अगले सुबह उठकर फिर से अपनी उसी दिनचर्या में लग जाएं.

तो बेचा जा सकता है मुर्गा
पक्षियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रापर प्रोटक्शन की जरूरत होती है. वहीं वेंटिलेशन के साथ रात में आराम भी जरूरी है. मुर्गियों को घर-आंगन में छोड़ने से पहले प्रतिदिन साफ पेयजल दिया जाना चाहिए. ज्यादा नर पक्षियों को कम से कम 1200-1500 ग्राम शारीरिक भार (12- 15 सप्ताह) प्राप्त करने के बाद मांस खाने के उद्देश्य से विक्रय किया जा सकता है. जब कि मादा पक्षियों को अंडे के उत्पादन के लिए पाला जा सकता है. प्रजनन / माता-पिता संबंधी जनसंख्या के मामले में बेहतर हैचेबिलिटी के लिए प्रत्येक 5/10 मादा पक्षियों के लिए एक नर पक्षी को अनुमति दें.

रोग का तुरंत इलाज कराएं.
नर पक्षियों को न्यूनतम शरीर भार प्राप्त करने के बाद किसी भी समय बेचा जा सकता है, उत्सवों के दौरान विक्रय करना बेहतर होता है. मादा पक्षियों के संदर्भ में, अच्छी मात्रा में अंडे प्राप्ति के लिए अंडे सेने के दौरान आप्टीमल शरीर भार (अतिरिक्त नहीं) बनाए रखना आवश्यक है. यदि आवश्यक हो तो रोग के किसी भी लक्षण को देखा जाना चाहिए और इलाज किया जाना चाहिए. बेहतर आवरण गुणवत्ता और अंडे की संख्या के लिए लेयर अवधि के दौरान उच्च आवरण गुणवत्ता के साथ अंडे का उत्पादन करने के लिए चूना / आवरण कंक्रीट उपलब्ध कराएं.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

poultry farm
पोल्ट्री

Poultry Farming: 1 से लेकर 30 दिनों तक चूजों को खिलाएं कौन सा फीड, जानें यहां

10-20 मुर्गी से ही मुर्गी पालन का काम शुरू कर रहे हैं...

रोगी पक्षियों के पंख बिखरे-बिखरे व लटके रहते हैं और कॉम्ब पर पीलापन नजर आता है.
पोल्ट्री

Poultry Farming News: बारिश में मुर्गी पालन के दौरान आती है ये दिक्कतें, जानें परेशानियों का उपाय भी

पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार के एक्सपर्ट की मानें तो...