Home सरकारी स्की‍म Shrimp: झींगा पालन के लिए सरकार कर रही है आर्थिक मदद, इस काम को करके कमाएं लाखों रुपए
सरकारी स्की‍म

Shrimp: झींगा पालन के लिए सरकार कर रही है आर्थिक मदद, इस काम को करके कमाएं लाखों रुपए

jhinga machli palan
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मछली पालन की तरह ही झींगा पालन भी मुनाफे वाला काम है. इससे भी अच्छी खासी कमाई होती है. झींगा पालन से होने वाली कमाई इस बात पर भी निर्भर करती है कि तालाब की जमीन कितनी है और झींगा उत्पादन कितना हुआ है. अगर एक औसत आंकड़े की बात की जाए तो एक एकड़ जमीन पर 3 से 5 लाख रुपए तक की कमाई झींगा उत्पादन से की जा सकती है. इस लिहाज से झींगा पालन भी बेहतरीन काम है. अगर आप इसे करते हैं तो अच्छी कमाई कर सकते हैं. अगर आपके पास पैसा नहीं है तो सरकार आपको आर्थिक मदद भी मुहैया कराएगी.

झींगा पालन की स्कीम पर बात करने से पहले आपको ये बता दें कि झींगा पालन के लिए तालाब या टैंक का इस्तेमाल किया जाता है. मछली के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान सही माना जाता है. झींगा पालन के लिए चिकनी, दोमट या बलुई मिट्टी बेहतरीन मानी जाती है. जान लें कि झींगा सर्वाहारी होता है और जिंदा शिकार, जैसे मछली घोंघे कीड़े या और कुछ जीवित पौधे भी खाना पसंद करता है. जबकि झींगा की फसल लगभग 6 महीने में बाजार के लिए तैयार हो जाती है. आइए जानते हैं कि सरकार झींगा पालन के लिए कौन सी योजना चल रही है.

तालाब निर्माण के ​लिए मिलेंगे लाखों रुपए
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत राजस्थान में निजी जमीन पर झींगा पालन के लिए तालाब निर्माण जल व्यवस्था और फीड स्टोरेज के लिए सरकार आर्थिक मदद मुहैया करा रही है. अगर इनकी यूनिट लगाई जाए तो इसका खर्च कुल आठ लाख रुपए आएगा. सरकार सामान्य वर्ग के लोगों को इसके लिए 3 लाख 20 हजार रुपये यानी 40 फीसदी की आर्थिक मदद दे रही है. जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति महिला व सहकारी समितियां को 60 फीसदी तक अनुदान देने की बात कह रही है. यानी 4 लाख 80 हजार रुपए की आर्थिक मदद सरकार की ओर से की जाएगी.

झींगा पालन की शुरुआत करते ही मिलेगी ​मदद
वहीं खारे पानी में झींगा उत्पादन के लिए भी सरकार की ओर से मदद की जा रही है. झींगा किसानों को नए तालाब निर्माण और पहले वर्ष में उत्पादन के रूप में मत्स्य बीज, फीड आदि खरीदने के लिए सरकार आर्थिक मदद करेगी. अगर इन खर्चों को जोड़ दिया जाए तो सरकार की ओर से 6 लाख रुपए इसका रेट तय किया गया है. जिसपर सामान्य वर्ग के लोगों को 2 लाख 40 हजार रुपए आर्थिक मदद दी जाएगी. जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग और सभी महिला वर्ग और सहकारी समितियां को 60 फीसदी यानी 3 लाख 60 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

as well as rising input costs and low market prices for their products.
सरकारी स्की‍म

Fisheries: सीवीड उत्पादन को बढ़ाने के लिए क्या कर रही है सरकार, पढ़ें यहां

कोरी क्रीक क्षेत्रों में समुद्री शैवाल की खेती के लिए व्यवहार्यता रिसर्च...

livestock animal news
सरकारी स्की‍म

Animal: पशुओं को चारा उपलब्ध कराएगी सरकार, बाढ़ पीड़ित पशुपालकों की मदद के लिए लिया फैसला

आपदा ग्रस्त पशुओं के जीवन रक्षण के लिये सामान्यतः बड़े जानवरों के...

Under the Prime Minister Matsya Sampada Yojana (PMMSY), the flagship scheme of the Government of India in Andhra Pradesh, a total investment of Rs 2300 crore has been envisaged in the fisheries sector for five years. livestockanimalnews
मछली पालनसरकारी स्की‍म

Fish: 9 साल में चार गुना हुआ सीवीड उत्पादन, खेती की यहां है संभावनाएं

समुद्री शैवाल की खेती, PMMSY के अंतर्गत प्राथमिकता वाली गतिविधियों में से...